नई दिल्ली। पैरोल पर जेल से बाहर निकले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह ने उन सभी अटकलों को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा जा रहा था कि सिरसा मुख्यालय वाले पंथ के प्रमुख के लिए उसके संभावित उत्तराधिकारी के रूप में कोई उभरेगा. इसके साथ ही राम रहीम ने हनीप्रीत (राम रहीम की मुख्य शिष्या) को नया नाम दिया है. बता दें कि इससे पहले हनीप्रीत का नाम डेरा प्रमुख के रूप में सामने आ रहा था.
गुरमीत राम रहीम सिंह ने हनीप्रीत को नया नाम दिया है और कहा है कि मैं उसे रूह-दी या रूहानी दीदी कह कर पुकारता हूं. डेरा प्रमुख राम रहीम ने कहा, ‘हर कोई जानता है कि उसका नाम हनीप्रीत है, वह मेरी मुख्य शिष्या है. मैंने उसे एक नाम भी दिया है और मैं उसे रूह-दी या रूहानी दीदी कह कर पुकारता हूं.
पिछले कई दिनों से गुरमीत राम रहीम सिंह उत्तर प्रदेश में अपने बरनवा आश्रम से ऑनलाइन प्रवचन कर रहा है. सत्संग के एक वीडियो में उत्तराधिकार के मुद्दे पर बात करने से पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख ने संकेत दिया कि हनीप्रीत डेरा की व्यवस्था में जिस भी भूमिका में है, वह बनी रहेगी. साथ ही, कहा कि उसे और अधिक खुशी मिले.
ऑनलाइन सत्संग के दौरान गुरमीत राम रहीम सिंह ने उत्तराधिकारी के अटकलों को खारिज किया. राम रहीम ने कहा कि यह केवल मीडिया की अटकलें हैं. डेरा प्रमुख ने कहा कि वह इस पंथ का प्रमुख है और रहेगा, जिसके हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं.
अपनी दो शिष्याओं से बलात्कार के आरोप में 20 साल कैद की सजा काट रहा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह हाल में सुनारिया जेल से 40 दिन की पैरोल पर बाहर आया, जिसके बाद वह बरनावा आश्रम गया. जेल से बाहर आने के बाद से राम रहीम बागपत में डेरा के बरनवा आश्रम से केवल ऑनलाइन सत्संग कर रहा है. राम रहीम को पिछले साल चार अन्य लोगों के साथ डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भी दोषी ठहराया गया था. डेरा प्रमुख और तीन अन्य लोगों को 16 साल से भी अधिक समय पहले एक पत्रकार की हुई हत्या के मामले में 2019 में दोषी करार दिया गया था.