नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश का सियासी पारा इन दिनों चढ़ा हुआ है। असदुद्दीन ओवैसी अयोध्या की धरती से यूपी की सियासत में डेब्यू करने पहुंचे है। उन्होंने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर राज्य की सत्तारूढ़ बीजेपी के साथ साथ अखिलेश यादव पर भी जमकर निशाना साधा। इस मौके पर वह आजम खान के प्रति थोड़े नरम दिखाई दिए। इधर उनके आने से पहले सीएम योगी ने साफ कर दिया कि ओवैसी के फैजाबाद लिखने से कुछ नहीं होगा। अयोध्या अब अयोध्या रहेगा, कयामत का दिन कभी नहीं आएगा। ओवैसी के चुनावी आगाज के साथ ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि दोनों नेताओं के बीच जमकर जुबानी जंग होगी।
BJP पर ओवैसी: उत्तर प्रदेश के चुनावों का बिगुल फूंकने उतरे औवैसी ने साफ कर दिया कि हमारा उद्देश्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को हराने का है। हम चुनाव लड़ेंगे भी और जीतेंगी भी। उन्होंने कहा कि यह जीत उत्तर प्रदेश के मुसलमानों की होगी। ओवैसी ने कहा कि मुजफ्फरनर दंगों में जिन नेताओं का नाम आया था, उनके केस वापस ले लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रज्ञा और सेंगर जैसे नेता लोकप्रिय हो जाते हैं लेकिन मुख्तार और अतीक अहमद का नाम आता है तो वह बाहुबली कहलाते हैं।
अखिलेश यादव: ओवैसी ने अपनी क्रांफ्रेंस में अखिलेश यादव पर भी सवाल उठाए उन्होंने कहा कि अगर अखिलेश अपनी सरकार के वक्त योगी पर केस चला देते तो योगी कुछ नहीं कर पाते लेकिन सच्चाई ये है कि कोई नहीं चाहता मुसलमान आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि पार्टियां चाहती हैं कि देश का 19 फीसदी मुसलमान इनकी गुलामी लेकिन हिस्सेदारी न मांगे।