नई दिल्ली। आपने बढ़े बुजुर्गों को कहते सुना होगा कि जब कोई याद करता है, तो हिचकियां आती हैं. लेकिन इस बात का कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है. हिचकी एक आम परेशानी है, तो कई वजहों के चलते आती है. हालांकि हिचकी आना कोई बड़ी प्रॉब्लम नहीं है, लेकिन कुछ लोगों को बहुत ज्यादा हिचकियां आती हैं. आमतौर पर ये लोग पानी पीकर उसे शांत करने की कोशिश करते हैं, लेकिन फिर भी हिचकियों से राहत नहीं मिलती. मेडिकल साइंस के अनुसार, जब डायाफ्राम और पसलियों के बीच स्थित इंटरकोस्टल मांसपेशियों का अचानक संकुचन होता है, तो हिचकी की आवाज आती है. आयुर्वेद डॉक्टर नीतिका कोहली ने अपने इंस्टाग्राम पर हिचकियां रोकने के आयुर्वेदिक तरीके बताए हैं. आइए इनके बारे में जानते हैं.
आयुर्वेद डॉक्टर के मुताबिक, अगर आप गर्म पानी में इलायची पाउडर डालकर पी लें, तो हिचकियों से राहत मिल सकती है. इसके लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच इलायची पाउडर डाल कर उबालें. 15 मिनट बाद इसे छान कर पी लें.
हिचकी रोकने में चीनी भी कारगर है. अगर आपकी हिचकियां बंद नहीं हो रही तो एक चम्मच चीनी लें और उसे धीरे-धीरे चबाएं. चीनी की मिठास से थोड़ी देर में ही आपको हिचकी से राहत मिल जाएगी.
अगर बिना कुछ खाए या पीए भी हिचकियों को रोक सकते हैं. इसके लिए एक चम्मच काली मिर्च पाउडर लें. अब इसे धीरे-धीरे सूंघें. ध्यान रहे ऐसा तब तक करना है, जब तक आपको छींक न आ जाए. छींक आने के बाद हिचकियां शांत हो जाती हैं.
हिचकी रोकने का एक और बेहतरीन उपाय दही है. इसके लिए आपको कुछ नहीं करना है, बस हिचकी आने पर एक चम्मच दही खा लेना है. दही सेहत के लिए भी अच्छा होता है.
आयुर्वेद के अनुसार, हिचकी से जल्दी राहत पाने के लिए आप अदरक का सहारा ले सकते हैं. इसके लिए अदरक का एक टुकड़ा लें और इसे धीरे-धीरे चबाकर खाएं. इससे तुरंत हिचकी रुक जाएंगी. हिचकियों के अलावा भी अदरक कई समस्याओं से राहत दिला सकती है.
हिचकियां रोकने के लिए सबसे आसान उपाय है पानी पीना. जब भी हिचकियां आएं आप एक गिलास पानी पी लें. इससे हिचकियां शांत हो जाएंगी. अगर पानी पीने के बाद भी हिचकी आ रही हैं, तो आप पानी से गरारे करें.