मुजफ्फरनगर। गर्मी बढ़ने के साथ ही आग लगने की घटनाएं भी बढ़ रही है। शहर में कई इलाके ऐसे हैं, जिनमें आग लगने के बाद अग्निशमन विभाग भी लाचार हो जाएगा। अग्निशमन विभाग के बेड़े में एक भी छोटी गाड़ी ऐसी नहीं है, जिसे आग बुझाने के लिए तुरंत मौके पर भेजा जा सके।

विभाग के पास जो छोटी गाड़ी है, जिसे खतौली में रखा गया है। दो बड़ी गाड़ी जिला कार्यालय तथा एक-एक बड़ी गाड़ी जानसठ तथा बुढ़ाना में है। शहर के कई इलाके ऐसे हैं, जहां आग लगने पर मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।

इनमें भगत सिंह रोड पर छपी गली, सराफा बाजार, मोती महल, अहाता औलिया, भैरव मंदिर वाली गली, कूंचा अमीर सिंह, मंडी कोहना, छिंपीवाडा, पंचमुखी, आलू मंडी, दाल मंडी, कटरा मोचियान, कुम्हारो वाली गली, दीप चंद धर्मशाला वाली गली बेहद तंग हैं। अग्निशमन अधिकारी आरके यादव ने बताया कि दो बड़ी गाडी, छोटी गाड़ियों की आवश्यकता जताते हुए मुख्यालय से पत्राचार किया हुआ है।

यहां हो चुकी परेशानी भोपा अड्डे से गांधी कालोनी लिंक मार्ग पर पड़ने वाली गलियां यूं तो कुछ चौड़ी हैं, लेकिन यहां पर लोग सड़क किनारे रात में वाहन खडे़ करते हैं, जिससे आग लगने पर कई बार मौके पर पहुंची अग्निशमन टीम को गाड़ी निकालने में भारी परेशानी हुई।

– सराफा बाजार के पास पंचदरा में छह साल पहले क्राॅकरी के गोदाम में आग लगी थी तब संकरी गली के कारण अग्निशमन टीम को परेशानी उठानी पड़ी थी।

– चार माह पहले पंचमुखी में रात के समय संकरी गली में एक मकान में आग लगी थी तब अग्निशमन टीम ने पहुंच कर किसी तरह आग पर काबू पाया था।

– कटरा मोचियान के बाजार की गली बेहद छोटी हैं। यहां दो बाइक बराबर से निकलने में परेशानी होती हैं। विषम हालात में अग्निशमन विभाग को पानी से भरी छोटी गाड़ियां भी मंगानी चाहिए।

– कूंचा अमीर सिंह मोहल्ला हो या फिर कोई अन्य। आग कहीं भी लग सकती हैं। अग्निशमन विभाग को आग बुझाने के छोटे संसाधन भी अपने रखने चाहिए-विजय गोयल, व्यापारी

– सराफा बाजार का कुछ हिस्सा चौड़ा है, लेकिन काफी हिस्सा संकरा है। आग के मद्देनजर ऐसे स्थानों का सर्वे होना चाहिए।

– मोहल्ला छिपीवाड़ा की गलियां बेहद छोटी हैं। यदि यहां आग का हादसा हो जाए तो यहां केवल दो पहिया वाहन ही आ सकता है। इसलिए एक वाहन भी अग्निशमन के बेड़े में शामिल किए जाए। –
खतौली। गर्मी बढ़ने के साथ आग लगने की घटनाओं का खतरा बढ़ रहा है। खतौली सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों की लगभग तीन लाख की आबादी पर एक छोटी अग्निशमन की गाड़ी उपलब्ध कराई गई हैं।

कस्बे में एक शुगर मिल, कई रेस्टोरेंट, पेंट फैक्टरी, गुड़ मंड़ी, सब्जी मंड़ी, पेट्रोल पंप सहित अन्य व्यापारियों की बड़ी दुकानें, लकड़ी की टाल भी है। क्षेत्र बड़ा होने के कारण यहां पर अग्निशमन की यूनिट बनाए जाने की मांग कई बार व्यापारियों ने की है।

पेट्रोल पंप संचालक वीरेंद्र सिंह मान, व्यापारी नेता महेश गुप्ता, व्यापारी नासिर सिद्दीकी का कहना है कि कस्बे की आबादी को देखते हुए यहां पर अग्निशमन यूनिट बनाई जानी चाहिए।

अग्निशमन के एसआई सोनू कुमार का कहना है कि खतौली के लिए बड़ी गाड़ी भेजने का प्रस्ताव शासन को भेज गया है। खतौली में यूनिट लगाए जाने को लेकर बजट पास हो गया, लेकिन अभी यूनिट लगाए जाने के लिए जमीन नहीं मिल पाई है।