नई दिल्ली। किसी भी शादीशुदा कपल के लिए बच्चा उनके परिवार को पूरा करने का एक जरिया है। बच्चे के जन्म के लिए कपल उत्साहित रहते हैं और काफी योजनाएं बनाते हैं। हर शादी शुदा जोड़ा माता-पिता बनने की इच्छा रखता है। लेकिन आज के दौर में महिलाओं और पुरुषों में फर्टिलिटी की समस्या बढ़ रही है। कई ऐसे विवाहित जोड़े हैं जो चाहकर भी कंसीव नहीं कर पा रहे। बच्चे के जन्म को लेकर आने वाली दिक्कतों के लिए पुरुष और महिला चिकित्सक के पास जाते हैं। हालांकि फर्टिलिटी की समस्या से बचाव के लिए कुछ योगासन हैं, जिनका अभ्यास असरदार है। महिलाओं के अलावा पुरुष प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए नियमित इन योगासनों का अभ्यास करें। ये योग शरीर और मस्तिष्क दोनों के लिए फायदेमंद हैं। ये रहे महिला और पुरुष को बांझपन की समस्या से छुटकारा दिलाने वाले योगासन।
मासिक धर्म की अनियमितताओं और मेनोपाॅज के दौरान होने वाली समस्याओं में योगासन मददगार हो सकता है। पीरियड्स में ऐंठन को कम करने के लिए सूर्य नमस्कार का अभ्यास करें। किसी महिला के गर्भाशय पर मेनोपाॅज के असर और बच्चे के जन्म पर भी योगासन फायदेमंद हो सकता है। सूर्य नमस्कार यौन ग्रंथियों को खराब होने संबंधी परेशानी से दूर रखता है।
बद्ध कोणासन को बटरफ्लाई पोज कहते हैं। इस आसन से आंतरिक जांघो, कूल्हे के हिस्से और घुटनों की मांसपेशियों में खिचाव होता है और शरीर में लचीलापन आता है। बटरफ्लाई आसन के अभ्यास से प्रजनन क्षमता बढ़ती है। प्रसव के दौरान दर्द को कम करने में भी ये योग असरदार है।
पश्चिमोत्तानासन मांसपेशियों को स्ट्रेच करता है।इस आसन के अभ्यास से फर्टिलिटी में सुधार हो सकता है और मानसिक तनाव कम भी कम हो सकता है।
फर्टिलिटी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए बालासन का अभ्यास कर सकते हैं। ब्लड फ्लो को बढ़ाने में यह योगासन असरदार है। इसके अलावा इस आसन से पीठ, घुटनों, कूल्हों और जांघों की मांसपेशियों में खिचाव आता है।
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