नई दिल्ली। आजकल की बिगड़ी लाइफस्टाइल की वजह से बड़ी संख्या में लोगों को कब्ज की समस्या हो जाती है. जब किसी व्यक्ति को मल त्याग करने में परेशानी आती है तो उस कंडीशन को कब्ज कहा जाता है. कब्ज होने के बाद कामकाज करना काफी मुश्किल हो जाता है. कई बार कब्ज गंभीर बीमारियों की वजह बन जाती है. खान-पान की आदतों को बदलकर कब्ज से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है. आज आपको ऐसे फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जो कब्ज की समस्या से छुटकारा दिला सकते हैं.
कब्ज से परेशान लोगों को अपनी डाइट में दही और केफिर को जरूर शामिल करना चाहिए. केफिर दूध से बना एक ड्रिंक होता है, जो शरीर के लिए फायदेमंद माना जाता है. दही और केफिर में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जिनसे कब्ज जैसी परेशानी में आराम मिलता है. इसके अलावा खट्टी गोभी में भी प्रोबायोटिक बैक्टीरिया होते हैं जो आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और कब्ज को कम करने में मदद कर सकते हैं.
हाई फाइबर वाले फल पाचन के लिए बढ़िया होते हैं. ये पेट के दर्द, एसिड रिफ्लक्स में भी राहत दिलाते हैं. आप कीवी फ्रूट, सेब, नाशपाती, अंगूर और जामुन का सेवन कर सकते हैं. इससे आपको भरपूर मात्रा में फाइबर मिलेगा. नई दिल्ली। आजकल की बिगड़ी लाइफस्टाइल की वजह से बड़ी संख्या में लोगों को कब्ज की समस्या हो जाती है. जब किसी व्यक्ति को मल त्याग करने में परेशानी आती है तो उस कंडीशन को कब्ज कहा जाता है. कब्ज होने के बाद कामकाज करना काफी मुश्किल हो जाता है. कई बार कब्ज गंभीर बीमारियों की वजह बन जाती है. खान-पान की आदतों को बदलकर कब्ज से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है. आज आपको ऐसे फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जो कब्ज की समस्या से छुटकारा दिला सकते हैं.
कब्ज से परेशान लोगों को अपनी डाइट में दही और केफिर को जरूर शामिल करना चाहिए. केफिर दूध से बना एक ड्रिंक होता है, जो शरीर के लिए फायदेमंद माना जाता है. दही और केफिर में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जिनसे कब्ज जैसी परेशानी में आराम मिलता है. इसके अलावा खट्टी गोभी में भी प्रोबायोटिक बैक्टीरिया होते हैं जो आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और कब्ज को कम करने में मदद कर सकते हैं.
हाई फाइबर वाले फल पाचन के लिए बढ़िया होते हैं. ये पेट के दर्द, एसिड रिफ्लक्स में भी राहत दिलाते हैं. आप कीवी फ्रूट, सेब, नाशपाती, अंगूर और जामुन का सेवन कर सकते हैं. इससे आपको भरपूर मात्रा में फाइबर मिलेगा. कुछ सब्जियों में भी फाइबर की मात्रा खूब होती है. इनमें ब्रोकली में सबसे ज्यादा फाइबर और सल्फोरेफेन होता है, जो डाइजेशन को सुधारता है और कब्ज से राहत दिलाता है.
अधिकांश दालों और मटर में बहुत अधिक फाइबर होता है. 2017 के एक अध्ययन में पाया गया कि 100 ग्राम पकी हुई दालें हर दिन के लिए जरूरी फाइबर का लगभग 26% फाइबर देती हैं. दाल में अन्य पोषक तत्व जैसे- पोटेशियम, फोलेट, जिंक और बिटामिन होता है. ये सभी कब्ज को कम करने में मदद करते हैं. इसके अलावा गेहूं की रोटी और पास्ता में भी फाइबर होता है, जो कब्ज से राहत दिलाता है.
अगर आप अपने खाने में जैतून और अलसी का ऑयल इस्तेमाल करें, तो यह कब्ज की समस्या से छुटकारा दिला सकता है. जैतून और अलसी के तेल में ऐसे यौगिक होते हैं, जो पाचन में सुधार करते हैं. इसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. यह शरीर की फंक्शनिंग को स्मूथ बनाकर पेट साफ करने में मदद करते हैं. डॉक्टर भी कई बार कब्ज से राहत पाने के लिए इन तेलों के सेवन की सलाह देते हैं.
अधिकांश दालों और मटर में बहुत अधिक फाइबर होता है. 2017 के एक अध्ययन में पाया गया कि 100 ग्राम पकी हुई दालें हर दिन के लिए जरूरी फाइबर का लगभग 26% फाइबर देती हैं. दाल में अन्य पोषक तत्व जैसे- पोटेशियम, फोलेट, जिंक और बिटामिन होता है. ये सभी कब्ज को कम करने में मदद करते हैं. इसके अलावा गेहूं की रोटी और पास्ता में भी फाइबर होता है, जो कब्ज से राहत दिलाता है.
अगर आप अपने खाने में जैतून और अलसी का ऑयल इस्तेमाल करें, तो यह कब्ज की समस्या से छुटकारा दिला सकता है. जैतून और अलसी के तेल में ऐसे यौगिक होते हैं, जो पाचन में सुधार करते हैं. इसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. यह शरीर की फंक्शनिंग को स्मूथ बनाकर पेट साफ करने में मदद करते हैं. डॉक्टर भी कई बार कब्ज से राहत पाने के लिए इन तेलों के सेवन की सलाह देते हैं.