मुज़फ्फरनगर। मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट के टिकट पर समाजवादी पार्टी में शनिवार को लखनऊ में फिर मंथन हुआ। पार्टी सूत्रों का दावा है कि मेरठ और बिजनौर में टिकट में बदलाव के संकेत मिले हैं। शुक्रवार को सपा ने मेरठ हापुड़ लोकसभा से सुप्रीम कोर्ट की वकील भानु प्रताप सिंह और बिजनौर से यशवीर सिंह का टिकट फाइनल किया। इन दोनों का टिकट पर दलित कार्ड खेला गया है। इससे मेरठ के दावेदार नाखुश हैं और वे लखनऊ में ही जमे हुए हैं।
वहीं, शनिवार को उन्होंने फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ बैठक की और टिकट पर मंथन किया। पार्टी सूत्र ऐसा दावा कर रहे हैं कि इन टिकटों में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। आने वाले कुछ दिनों में इसकी घोषणा हो सकती है।
इससे पहले मंगलवार को भी टिकट को लेकर सपाइयों में मंथन हुआ था। दावेदार ज्यादा थे और आपसी खींचतान थी, जिस वजह से शुक्रवार को बैठक कर भानु प्रताप सिंह और यशवीर सिंह का टिकट फाइनल कर दिया गया था।
मेरठ से सपा के टिकट की दौड़ में किठौर विधायक शाहिद मंजूर, शहर विधायक रफीक अंसारी, सरधना विधायक अतुल प्रधान, पूर्व विधायक योगेश वर्मा, पूर्व सांसद हरीश पाल के बेटे नीरज पाल, जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी, अमरोहा से विधानसभा का सपा टिकट पर चुनाव लड़े मुखिया गुर्जर के नाम प्रमुखता में चल रहे थे। अभी भी दावेदार जोर आजमाइश कर रहे हैं। इनके समर्थक सोशल मीडिया पर टिकट का विरोध भी कर रहे हैं।