बागपत: छपरौली। कस्बे की धंधान पट्टी में मकान खरीदने के लिए रुपये देने के बाद भी बैनामा नहीं करने से आहत होकर एक व्यक्ति ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में मृतक के परिजनों ने शिकायत के बावजूद सुनवाई न करने का आरोप लगाते हुए छपरौली थाने के बाहर शव रखकर जाम लगा दिया।
एक घंटे तक जाम लगा रहा। पुलिस के साथ परिजनों की नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने किसी तरह समझाकर जाम खुलाया। इसके बाद शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
धंधान पट्टी के रहने वाले नदीम ने बताया कि उसके पिता शमशाद ने एक व्यक्ति से मकान खरीदने के लिए 10 लाख 50 हजार रुपये दिए थे। आरोप है कि उस व्यक्ति ने मकान का न तो बैनामा कराया और न ही उनके रुपये भी वापस नहीं दिए।
इस मामले में उसके पिता और माता ने छपरौली थाने में शिकायती पत्र दिया था, लेकिन पुलिस ने मामला लेनदेन का बताकर उन्हें टरका दिया था। न्याय नहीं मिलने से आहत उसके पिता ने बुधवार रात को जहरीला पदार्थ निगल लिया। हालत गंभीर देखते हुए मेरठ रेफर कर दिया गया। बृहस्पतिवार को मेरठ के अस्पताल में मौत हो गई। शव बृहस्पतिवार शाम जब छपरौली कस्बे में पहुंचा तो लोग आक्रोशित हो गए और छपरौली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा कर दिया। शव थाने के बाहर रखकर जाम लगा दिया।
पुलिस ने जाम खुलवाने का प्रयास किया तो लोगों की पुलिस के साथ नोकझोंक होने लगा। करीब साढ़े चार से साढ़े पांच बजे तक हंगामा चलता रहा। इसके बाद सीओ युवराज सिंह व छपरौली थाना प्रभारी देवेश कुमार सिंह ने कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।
जाम से लोग हुए परेशान
छपरौली थाने के बाहर एक घंटा जाम लगा होने से राहगीर परेशान रहे। लोगों ने गलियों और अन्य वैकल्पिक मार्गों के सहारे आवागमन किया। जाम खुलने के बाद ही आवागमन सुचारु हो सका।
इस पूरे मामले में जांच कराई जा रही है। जांच में जिस तरह की बात सामने आती है, उसके आधार पर कार्रवाई कराई जाएगी। – नीरज कुमार जादौन, एसपी