बागपत शहर के ठाकुरद्वारा मोहल्ले में जमीन धंसने से मकानों में दरार आने का सिलसिला जारी है। आसपास की अन्य गलियों में बने मकानों में दरार आने लगी हैं, जिससे वहां रहने वाले परिवारों में डर का माहौल बना हुआ है। वहीं मकानों में दरार आने पर प्रशासनिक अधिकारी जांच के लिए पहुंचे। सांसद प्रतिनिधि भी परिवारों से मिले।
ठाकुर द्वारा निवासी सुशीला गुप्ता का कहना है कि दरार आने के बाद अब तो रात में सोते समय भी डर लगता है। ठाकुरद्वारा मोहल्ले में कई महीने पहले मकानों में दरार आनी शुरू हुई तो लोगों ने उसे गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन अब स्थिति ज्यादा खराब हुई और मकानों के फर्श धंसने लगे और दरारें चौड़ी होने लगी तो दीवारों के आसपास खोदाई कराई। एक मकान की दीवार के नीचे पानी बहता हुआ दिखा। लोगों का मानना है कि गैस पाइप लाइन दबाने के बाद से पेयजल लाइन जर्जर होने लगी और जगह-जगह से टूट गई। लगातार हो रहे पानी के रिसाव के कारण जमीन धंस रही है।
ठाकुरद्वारा मोहल्ले में बुधवार को पूर्व चेयरमैन पवन गुप्ता वाली गली व उसके पास ही दूसरी गली में सुशीला देवी, राजीव गुप्ता, प्रमोद कश्यप, नरेश, राधेश्याम शर्मा समेत करीब 25 लोगों के मकानों का फर्श धंसने के साथ ही दरार आई थी। वहीं अब ठाकुरद्वारा मोहल्ले की मस्जिद वाली गली में जाहिद आढ़ती, हाजी इरशाद बेग, सत्तार, सुभाष, गंगाराम गुप्ता समेत अन्य के मकानों में दरारें आनी शुरू हो गईं। वहां भी गैस पाइप लाइन दबाई गई थी और इस कारण ही पेयजल लाइन से पानी का रिसाव होने से जमीन धंसने की बात कही जा रही है।
जिसका एक मकान में फर्श धंसने पर खोदाई कराने पर पानी जमीन में जाते हुए दिखाई देने पर पता चला। जिसको देखते हुए ठाकुरद्वारा मोहल्ले की दो गलियों की पानी की सप्लाई बंद कर दी गई है। इस तरह वहां पानी की समस्या हो गई है, लेकिन यह माना जा रहा है कि पानी की सप्लाई बंद करने पर ही समस्या का समाधान किया जा सकता है।
ठाकुरद्वारा मोहल्ले में एडीएम प्रतिपाल चौहान, तहसीलदार प्रसून कश्यप, लेखपाल विनोद शर्मा व रामबीर, ईओ राजेश राणा समेत अन्य जांच के लिए पहुंचे। वहां सभी मकानों में जाकर उनकी स्थिति को देखा गया और परिवार के लोगों से बातचीत की गई। एडीएम ने बताया कि वहां की पूरी रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं उन्होंने कहा कि गैस कंपनी से पेयजल लाइन व गलियां ठीक कराने के लिए नगर पालिका को 94 लाख रुपये मिले थे। इसके बावजूद भी इस तरह की समस्या आई है तो इसकी भी जांच कराई जाएगी कि आखिर वह रुपया किस जगह पर खर्च किया गया है।
मामले की जानकारी होने पर पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे। लोगों ने बताया कि जब पहले मकानों में दरार आनी शुरू हुई तो वह समस्या लेकर नगर पालिका में गए थे। उस समय उनकी बात नहीं सुनी गई। अब हालात ऐसे हो गए हैं कि मकान में रहने वाले पर हादसे का डर सता रहा है। प्रदीप ठाकुर ने कहा कि उनको नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए सीएम के नाम पत्र भिजवाया जाएगा और अधिकारियों से बातचीत की जाएगी। इसके साथ ही 94 लाख रुपये मिलने पर भी पेयजल लाइन व गलियां ठीक नहीं कराने पर नगर पालिका अधिकारियों की जांच कराई जाएगी।
ठाकुरद्वारा मोहल्ले में जमीन धंसने पर मकान में दरार आने के मामले में जांच शुरू करा दी गई है। पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जाएगी। वहां समस्या का समाधान कराया जा रहा है। – प्रतिपाल चौहान, एडीएम