बागपत : असारा गांव में देर रात दहेज की मांग पूरी न होने पर नवविवाहिता की हत्या कर दी गई। मायके पक्ष के लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने शव काे कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी। महिला के पति समेत पांच आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट को भी जांच के दायरे में लाया जाएगा।
शामली जनपद के बनती खेड़ा गांव की रहने वाली रुबीना पुत्री तराबुद्दीन का निकाह 20 फरवरी 2022 में असारा गांव निवासी इरफान पुत्र अलीहसन के साथ हुआ था। इरफान प्राइवेट स्कूल में अध्यापक है। रुबीना के भाई इंतजार ने बताया कि बहन के निकाह में वैगनआर व डेढ़ लाख रुपये नगद व घरेलू सामान दिया था, लेकिन ससुराल पक्ष के लोग बड़ी गाड़ी की मांग कर रहे थे।
मांग पूरी न होने पर सुसराल पक्ष के लोग रुबीना के साथ अक्सर मारपीट करते रहते थे। दो महीने पहले भी उन्होंने रुबीना को मारपीट कर घर से निकाल दिया था, लेकिन उसका पति इरफान रुबीना को दोबारा ले गया था। कुछ दिन तक तो ठीक चला, लेकिन कई दिन से दोबारा ससुराल पक्ष के लोगों ने मारपीट शुरू कर दी थी। यह बात रुबीना ने फोन पर उन्हें भी बताई थी। रुबीना गर्भवती थी।
शनिवार सुबह लियाकत निवासी बनती खेड़ा ने उन्हें सूचना दी कि उनकी बेटी रुबीना की हत्या कर दी गई है। मायके पक्ष के लोग शनिवार सुबह बेटी की ससुराल असारा पहुंचे तो वहां घर में चारपाई पर रुबीना का शव पड़ा था। ससुराल पक्ष के सभी लोग घर से गायब थे। शव को देखकर मायके पक्ष के लोग बिलख पड़े। उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रुबीना के भाई ने गला दबाकर हत्या करने का शक जताया है। उसके गले पर निशान थे। पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों से घटना की जानकारी भी ली।
इंस्पेक्टर ओपी सिंह ने बताया कि रुबीना के भाई इंतजार ने उसके पति इरफान, सास वरियन, ससुर अली हसन, जेठ आस मोहम्मद व ननद रूबी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। घटना की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद घटना का कारण स्पष्ट होगा।
रुबीना के भाई इंतजार ने बताया कि उसके बहनोई ने निकाह के दौरान खुद को सरकारी स्कूल में अध्यापक बताया था। निकाह के बाद पता चला कि वह पब्लिक स्कूल में अध्यापक है। उसने कई दिनों से स्कूल में पढ़ाना छोड़ रखा था और अकेला ही मुजफ्फरनगर में रह रहा था।