मेरठ. रुड़की निवासी जीजा ने मेरठ में सोतीगंज निवासी अपने साले के सिर पर हथौड़े से वार किए और उसे नहर में फेंकने की कोशिश की। वहां एक रिक्शा चालक की सूझ-बूझ से जान बच गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जानकारी ली। हालांकि मेरठ सदर बाजार पुलिस ने रुड़की का मामला बताते हुए मेरठ में कार्रवाई से इंकार कर दिया। वहीं रुड़की पुलिस ने इसे मेरठ पुलिस का मामला बताया।
सोतीगंज दरगाह वाली गली में दानिश परिवार के साथ रहते हैं। उनकी बहन बॉबी की शादी 25 साल पहले नईम निवासी रुड़की के साथ हुई थी। शादी के पांच साल बाद ही बॉबी और नईम में विवाद रहने लगा। इसके बाद ससुराल छोड़कर बॉबी मायके में आकर रहने लगी। नईम अक्सर शराब पीकर अपनी 13 वर्षीय बेटी गुनगुन से मिलने के लिए आता रहता है।
आरोप है कि 23 मई को वह गुनगुन को लेकर रुड़की चला गया था। 14 जून को बेटी लेने के लिए दानिश और बॉबी भी रुड़की गए थे। वहां पर मारपीट हो गई थी। रुड़की पुलिस ने दोनों का मुचलका पाबंद किया था। कोर्ट से जमानत के बाद दोनो जीजा-साले छूट गए थे।
इस दौरान बॉबी बेटी को लेकर मेरठ आ गई। वहीं बुधवार रात नईम ने फोन कर बॉबी को बताया कि दानिश के सिर पर हथौड़े बजाकर उसे रुड़की की नहर में फेंक दिया गया। बॉबी और अन्य परिजन गुरुवार सुबह रुड़की पहुंचे तो उन्होंने कई अस्पताल में दानिश की तलाश की। दानिश एक अस्पताल में लावारिस हालत में था।
वहीं अस्पताल के स्टाफ ने बताया कि एक रिक्शा चालक रात को दानिश को लेकर अस्पताल आया था। रिक्शा चालक ने बताया कि एक युवक उसे नहर में फेंक रहा था। परिजनों ने यहां सदर बाजार थाने में भी तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने अपना थाना क्षेत्र न होने की बात कहकर रुड़की भेज दिया। वहीं, परिजनों का कहना है कि रुड़की पुलिस ने भी इसे मेरठ का मामला बता दिया।