मुजफ्फरनगर. जिले में सचालिंत 108 और 102 सरकारी एम्बुलेंस में गुरुवार 7 जुलाई को अलग-अलग मामलों में 3 बच्चों की किलकारी गूंज उठी। एंबुलेंस के स्टाफ ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही प्रसव पीड़ा होने के कारण तीन महिलाओं का डिलीवरी किस की सहायता से सुरक्षित प्रसव करा दिया जिसमें तीनो नवजात शिशु स्वस्थ है।
102 एवं 108 एम्बुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर राजेश रंजन ने बताया कि तीनों केस जिले के अलग अलग क्षेत्र में हुए है। पहला केस: 108 एम्बुलेंस मे 07 जुलाई की रात मे करीब 12:07 बजे पर पुरकाजी क्षेत्र के गांव सीकरी निवासी 27 वर्षीय महिला बिसरा पत्नी खुर्शीद को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने 108 एम्बुलेंस बुलाई थी। एम्बुलेंस उन्हें लेकर अस्पताल जा रही थी लेकिन रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ गई। जिसके बाद एम्बुलेंस कर्मचारी ईएमटी रिंकू कुमार ने अपने समझदारी से सुरक्षित प्रसव कराया।
दूसरा केस :108 एम्बुलेंस मे 07 जुलाई की रात मे करीब 12:07 बजे खतौली क्षेत्र के गांव मोघपुर निवासी मोनिका (25) पति कपिल को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने 108 एम्बुलेंस बुलाई थी। एम्बुलेंस उन्हें लेकर अस्पताल जा रही थी लेकिन रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ गई। जिसके बाद एम्बुलेंस कर्मचारी ईएमटी राजेश कुमार ने अपनी सूझबूझ से महिला का एम्बुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया।
तीसरा केस – मोरना क्षेत्र के गांव जोली निवासी 27 वर्षीय शमा पत्नी अकरम, को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने आशा द्वारा 102 एम्बुलेंस बुलाई थी। एम्बुलेंस उन्हें लेकर अस्पताल जा रही थी लेकिन रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ गई। जिसके बाद एम्बुलेंस कर्मचारी ईएमटी सुनील ने अपने पायलट जितेंद्र कुमार को एंबुलेस को रोड के किनारे लगाने को कहा। ईएमटी सुनील ने अपनी सूझबूझ से महिला का एम्बुलेंस में ही डिलीवरी किट की मदद से सुरक्षित प्रसव कराया गया।