मुजफ्फरनगर। गांव रोनी हरजीपुर में के शिव मंदिर में प्रतिमाओं के शीशे तोड़कर खून के छींटे फैंकने की घटना को लेकर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इसके लिए चरथावल पुलिस ने तांत्रिक सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस घटना को तंत्र क्रिया बताते हुए खुलासा किया कि गांव के ही एक व्यक्ति ने संतान पाने के लिए तांत्रिक के कहने पर अपने दो साथियों के साथ मिलकर शिव मंदिर में रात्रि में कबूतर की बली देकर उसका रक्त भगवान शिव की प्रतिमा को भेंट किया था। इसी बली के दौरान कबूतर की गर्दन काटे जाने से मंदिर के फर्श पर भी खून गिरा पाया गया था। पुलिस ने तांत्रिक सहित चारों आरोपियों को जेल भेज दिया है।

एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने पुलिस लाइन के सभाकक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि 30 मई की सुबह चरथावल थाना क्षेत्र के गांव रोनी हरजीपुर के भमेला रोड स्थित शिव मंदिर में ग्रामीणों को खून के छींटे मिले थे। यहां पर भगवान शिव की प्रतिमा के सामने लगा शीशा भी टूटा मिला था और मूर्ति पर खून के छींटे पाये गये थे। इससे ग्रामीणों में काफी रोष उत्पन्न हो गया था और गांव में आपसी सौहार्द्र तथा शांति व्यवस्था के लिए भी चुनौती पैदा हो गई थी। इस सम्बंध में रोनी हरजीपुर निवासी मुकेश कुमार पुत्र केशोराम ने थाने पर तहरीर देकर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। एसएसपी अभिषेक सिंह के निर्देशन में इस घटना का अनावरण करने के लिए कई टीमों को लगाया गया।

शुक्रवार को चरथावल पुलिस ने एसएचओ जसवीर सिंह के नेतृत्व में इस मामले का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि यह पूरा मामला तंत्र क्रिया से जुड़ा हुआ पाया गया। तांत्रिक के इशारे पर ही संतान पाने की चाहत में शिव मंदिर में कबूतर की बली दी गई थी। उसी का खून मंदिर के फर्श और शिव जी की मूर्ति पर पाया गया था। इस मामले में पुलिस ने शुक्रवार को टाण्डा नहर पुल से चार लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें )षिपाल पुत्र वीर सिंह, मनीष उर्फ मोनू पुत्र धर्मपाल, सुभाष पुत्र किशवा और इन्द्रपाल पुत्र दलेल निवासीगण रोनी हरजीपुर शामिल हैं। एसपी सिटी प्रजापत ने बताया कि )षिपाल तंत्र मंत्र का कार्य करता है। उसने पुलिस को बताया कि गांव के ही रहने वाले इन्द्रपाल को शादी के करीब 25 साल के बाद भी कोई संतान नहीं हुई, वो संतान पाने की चाहत लेकर उनके पास भी आया था।

इस दौरान इन्द्रपाल को तांत्रिक ने उपाय बताते हुए कहा था कि वो जंगल से कोई कबूतर पकड़कर यदि भगवान शिव के मंदिर में उसकी बली देने के साथ ही भगवान शिव को उसके खून से तिलक कर दे तो उसकी संतान पाने की इच्छा पूर्ण होने की संभावना प्रबल हो जायेगी। एसपी सिटी के अनुसार इन्द्रपाल ने तांत्रिक की सलाह पर अपने दो साथियों मनीष और सुभाष के साथ मिलकर जंगल से एक कबूतर को पकड़ा और 29 मई की रात्रि में रोनी हरजीपुर के भमेला रोड पर स्थित बाबा दीवाननाथ की समाधि प्राचीन शिव मंदिर परिसर में उसकी बली दी और उसके रक्त से शिव मूर्ति पर तिलक करने के लिए शीशा तोड़ा और तिलक करने के बाद वहां से चले गये थे।

एसपी सिटी ने बताया कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उप निरीक्षक जय किशोर और यूटी एसआई अमित कुमार, हैड कांस्टेबल देवेन्द्र सिंह तथा सचिन कुमार शामिल रहे। उन्होंने पुलिस टीम की सराहना करते हुए बताया कि चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उनको न्यायिक अभिरक्षा में कोर्ट ने जेल भेज दिया है। प्रेस वार्ता के दौरान सीओ सदर राजू कुमार साव और एसएचओ चरथावल जसवीर सिंह भी मौजूद रहे।