मुजफ्फरनगर। शामली और मुजफ्फरनगर में विपक्ष के जिला पंचायत सदस्यों की अनदेखी का आरोप लगाया गया। सपा-रालोद गठबंधन के विधायकों ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष और प्रशासन को समान रूप से व्यवहार करना चाहिए। रालोद विधानमंडल दल के नेता राजपाल बालियान ने कहा कि एक साल बीतने के बावजूद विपक्ष के सदस्यों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
सरकुलर रोड स्थित रालोद कार्यालय पर गठबंधन की बैठक हुई। वक्ताओं ने कहा कि सत्तापक्ष के लोग उनके विकास कार्यों के प्रस्ताव पास नहीं होने दे रहे हैं। सदन में बहुमत का गलत तरीके से सत्तापक्ष फायदा उठा रहा है। रालोद विधानमंडल दल के नेता ने कहा कि जनता के कार्यों के लिए अगर आंदोलन की राह पकड़नी पड़ी तो पीछे नहीं हटेंगे।
रालोद विधायक अनिल कुमार ने कहा कि सभी सदस्यों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए। जनप्रतिनिधियों से जनता उम्मीद करती है, लेकिन सत्ता पक्ष गलत कर रहा है। चरथावल विधायक पंकज मलिक ने कहा कि दोनों जिलों में सत्ता पक्ष के लोग स्वस्थ राजनीति नहीं कर रहे हैं। जनता सबकी हकीकत जानती है।
शामली विधायक प्रसन्न चौधरी और मीरापुर विधायक चंदन चौहान ने कहा कि सदस्यों का चुना जनता ने किया है। भाजपा को यह फैसला स्वीकार कर समान व्यवहार करना चाहिए। सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी और रालोद के निवर्तमान जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर ने कहा की जिला पंचायत सदस्य भी जनता द्वारा चुने जाते है, उनकी भी जनता के प्रति जवाबदेही है। अगर सत्ता पक्ष ने कार्यशैली में बदलाव नहीं किया तो आंदोलन किया जाएगा।
जिला पंचायत सदस्य सतेंद्र बालियान, गज्जू पठान, यूनुस चौधरी, इरशाद जाट, सलीम चौधरी, विकास कुमार, संजय रवि, विकास शर्मा, आमिर कासिम, उमेश कुमार, अरविंद पंवार और शेर सिंह राणा उपस्थित रहे। दोनों जिलों के सपा-रालोद के विधायक, अध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य शुक्रवार को जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल से मुलाकात करेंगे। निवर्तमान रालोद जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर ने बताया कि अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो डीएम चंद्रभूषण सिंह से मुलाकात की जाएगी।