बुढ़ाना। बकाया भुगतान और किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं ने भैसाना चीनी मिल पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान भाकियू नेता गौरव टिकैत ने कहा कि गोवंशीय पशु खेत उजाड़ रहे हैं। एक तरफ मुफ्त बिजली का दावा किया जा रहा है और दूसरी तरफ बिजली विभाग के अधिकारी किसानों को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होने पर आरपार की लड़ाई का एलान किया।
भैसाना मिल पर आयोजित पंचायत में वक्ताओं ने बिजली विभाग, पशुपालन विभाग, गन्ना विभाग, तहसील और चकबंदी विभाग के खिलाफ मोर्चा खोला। किसानों ने कहा कि तहसील में आने वाले लोगों का काम करने के बजाए, उन्हें चक्कर कटाए जाते हैं। अधिकारी आमजन और किसानों की सुनवाई नहीं कर रहे हैं। भैसाना मिल पर किसानों का करोड़ों रुपये बकाया है, लेकिन प्रशासन को किसानों की चिंता नहीं है।
बाद में किसानों के बीच पहुंचे एसडीएम संजय सिंह और भैसाना मिल के वीपी केपी सिंह ने समस्याओं के समाधान और भुगतान का भरोसा दिया। भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने कहा कि अगर किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो फिर पंचायत बुलाई जाएगी।
पंचायत की अध्यक्षता मोहर सिंह और संचालन विकास त्यागी ने किया। जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, ओमपाल मलिक, अनुज बालियान, सतेंद्र प्रधान, बिजेंद्र बालियान, सत्य प्रकाश शर्मा, विकास चौधरी, सोनू काबा, शक्ति सिंह, अशोक घटायन, बिट्टू प्रधान, मोनू प्रधान और मोमीन त्यागी, संजीव पंवार और सुधीर सहरावत मौजूद रहे ।
– तहसील बुढ़ाना से भ्रष्टाचार समाप्त किया जाए।
– भैसाना चीनी मिल का शत प्रतिशत भुगतान कराया जाए।
– आवारा पशुओं की समस्या से छुटकारा दिलाया जाए।
– निजी नलकूपों पर मीटर नहीं लगाए जाने चाहिए।
– गांव में रात के समय बिजली विभाग छापा न मारे।
– घरेलू व ट्यूबवैल के बिजली बिल सही कराए जाएं।
– बिजली के दाम कम किए जाएं।
– खसरा खतौनी की दिक्कतों को प्राथमिकता से ठीक किया जाए।
35 करोड़ के भुगतान का आश्वासन
धरने के बीच पहुंचे चीनी मिल के वीपी केपी सिंह ने आश्वासन दिया कि मंगलवार को 25 करोड़ और सोमवार तक 10 करोड़ मिलाकर कुल 35 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया जाएगा। अन्य शेष भुगतान भी शीघ्र ही कराया जाएगा।