मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद मुजफ्फरनगर में 19 जुलाई को चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के अधिकार सीज होने के बाद से ही व्यवस्था बेपटरी बनी हुई है। दो बार हाईकोर्ट से जीतने के बाद भी समय से चेयरपर्सन को अधिकार बहाल नहीं किये गये। 5 जनवरी को बोर्ड का कार्यकाल भी समाप्त हो चुका है। ऐसे में शासन के आदेश पर कमेटी का गठन कर व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने का काम किया जाना था, लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हुआ।

चेयरपर्सन के अधिकार को लेकर खींचतान के कारण कर्मचारियों का वेतन भी रुका हुआ है। उम्मीद थी कि बोर्ड का कार्यकाल पूर्ण होने पर वेतन जारी हो जायेगा, लेकिन अभी तक वेतन नहीं मिला। नवम्बर के बाद दिसम्बर माह का भी वेतन रुक जाने से सभी कर्मचारी गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। आरोप है कि आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों का वेतन करीब चार माह से नहीं दिया गया है। इसको लेकर अब कर्मचारियों के सब्र का बांध टूट रहा है।

वेतन न मिलने से आक्रोशित नगरपालिका के सफाई कर्मचारी सोमवार को टाउनहाल में एकत्रित हुए और कूड़ा वाहन को रोक कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन का नेतृत्व सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नीरज बिड़ला ने किया। उन्होंने कहा कि जब तक कर्मचारियों को वेतन जारी नहीं किया जाता है, तब तक काम शुरू नहीं किया जायेगा।

कर्मचारियों की हड़ताल की सूचना मिलने पर ईओ पालिका हेमराज सिंह तुरंत कार्यालय पहुंचे और कर्मचारियों को वार्ता के लिए चेयरमैन कक्ष में बुलाया। यहां पर कर्मचारियों ने ईओ का घेराव करते हुए नाराजगी जताई। कहा कि नवम्बर के बाद दिसम्बर का वेतन भी अभी तक जारी नहीं किया गया है। इस पर ईओ ने डीएम से बात कर जल्द समाधान का आश्वासन देकर कर्मचारियों को शांत कराया।