मुजफ्फरनगर। बीएसएनएल विभाग में नौकरी करने वाले आठ कर्मचारियों द्वारा लिए गए ऋण की लाखों की रकम विभागीय एसडीओ सहित चार कर्मियों पर हड़प लेने का आरोप लगाया गया हैं। आरोपियों ने एक समिति के फर्जी दस्तावेज बनाकर यह रकम हड़पी है। पीडि़तों ने कोर्ट के आदेश पर नई मंडी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया हैं।

नई मंडी की गांधी काॅलोनी निवासी ओमवीर सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया कि वह और उनके साथी ऋषिपाल, राधेश्याम, विजय शंकर त्यागी, सोमपाल, हरी मोहन शर्मा, कमल किशोर, चंद्रप्रकाश बीएसएनएल मुजफ्फरनगर में नौकरी करते हैं। डाक तार वेतन भोगी कर्मचारी सहकारी ऋण समिति का कार्यालय नई मंडी में बीएसएनएल महा प्रबंधक कार्यालय परिसर में ही है। इस समिति में बीएसएनएल मुजफ्फरनगर कार्यालय के एसडीओ सुभाष चंद गौड़ सचिव, बीएसएनएल कर्मचारी पूनम शर्मा और एनडी त्यागी डायरेक्टर, अजित कुमार सिंघल सभापति के अलावा चरथावल के गांव बधाई निवासी श्रीकांत शर्मा सदस्य हैं।

बताया कि उन्होंने समिति से पांच लाख, ऋषिपाल ने दो लाख, राधेश्याम ने दो लाख, विजय शंकर त्यागी ने तीन लाख, सोमपाल ने तीन लाख, हरी मोहन शर्मा ने डेढ़ लाख, कमल किशोर ने पचास हजार, चंद्र प्रकाश ने चार लाख, हरीश कुमार ने पांच लाख ऋण लिया था। सभी ने अपना लोन डीईटी बाबू सिंह के माध्यम से कैश जमा कराकर रशीद लेकर चुका भी दिया हैं। एक दो कर्मचारियों पर कुछ रकम बकाया है। मगर, सभी आरोपियों का कहना है कि किसी ने कोई रकम जमा नहीं की है।

आरोप हैं कि आरोपियों ने समिति के फर्जी कागजात तैयार कर उन सभी कर्मचारियों की लाखों की रकम हड़प ली हैं। वर्ष 2016 में भी धोखाधड़ी का मुकदमा श्रीकांत शर्मा व सुभाष चंद आदि के खिलाफ नई मंडी कोतवाली में दर्ज हैं। नई मंडी कोतवाली प्रभारी बिजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर सभी आरोपियों के खिलाफ अमानत में ख्यानत, धोखाधड़ी व फर्जी कागजात बनाने का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।