मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर के निराना स्थित अलनूर मीट प्लांट पर 16 साल पहले हुई तोड़फोड़ और मारपीट के मामले में विशेष एमपी-एमएलए कोर्ट ने भाजपा नेता तथा पूर्व विधायक उमेश मलिक सहित 15 हिंदूवादी नेताओं पर आरोप तय कर दिये। कोर्ट ने सुबूत के लिए 5 सितंबर की तारीख नियत की है।

अलनूर मीट प्लांट पर 16 साल पहले हुआ था हंगामा
थाना सिखेड़ा क्षेत्र के गांव निराना स्थित अलनूर मीट प्लांट पर 21 अगस्त 2006 काे तालाबंदी कर हंगामा और तोड़फोड़ की गई थी। इस मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी आरडी निगम ने मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने पूर्व विधायक उमेश मलिक सहित 15 हिंदूवादी नेताओं को नामजद किया था। आरोप था कि हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारियों ने फैक्ट्री पर हमला बोल दिया और लाठी-डंडे लेकर आए लोगों ने आसपास की झोंपड़ी जला दी।

विशेष एमपी एमएलए कोर्ट में पेश हुए हिंदूवादी नेता
2006 में थाना सिखेड़ा में दर्ज मुकदमे की सुनवाई विशेष एमपी/एमएलए कोर्ट में चल रही है। इस मामले में आरोपित पूर्व विधायक उमेश मलिक सहित संघ नेता ओंकार सिंह, क्रांति सेना के अध्यक्ष ललित मोहन शर्मा, रामानुज दुबे, राजीव मित्तल आदि सोमवार को कोर्ट में पेश हुए। विशेष जज मयंक जयसवाल ने सभी 15 आरोपियों के विरुद्ध आरोप तय किए और अभियोजन गवाही के लिए 5 सितंबर की तिथि नियत की है।

इस मामले में पुलिस ने 17 आरोपियों के विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी।मुख्य आरोपी यज्ञ मुनि फरार चल रहे हैं, उनके विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी हैं।उनकी फाइल अलग करदी गई है।अलनूर मीट प्लांट प्रकरण के सेशन ट्रायल में गवाह पेश न होने से सुनवाई 23 अगस्त तक स्थगित हो गई है। विशेष जज गोपाल उपाध्याय ने गवाह के बयानों के लिए 23 अगस्त तय की है।