मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद के साथ एमआईटूसी कंपनी के लिए शहर से निकलने वाले कूड़े का निस्तारण करना टेढ़ी खीर बनता जा रहा है। लोगों ने खालापार से गुजर रहे पांच बड़े कूड़ा वाहनों को रोककर चाॅबी निकाल ली और यहां से कूड़ा ले जाने पर प्रदर्शन करते हुए नाराजगी जताई गई। लोगों ने पालिका और कंपनी के खिलाफ थाने में तहरीर भी दी है।

खालापार में पालिका के डंपर से 29 जून को हुए हादसे में चरथावल निवासी एक व्यक्ति की मौत के बाद पालिका के वाहनों पर खालापार के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया था। रामपुरम में हाइट और साइड बैरियर के कारण बड़े वाहन नहीं गए और सुजडू से पक्का रास्ता नहीं मिला तो ईओ ने खालापार से ही बड़े कूड़ा वाहन ले जाने की सशर्त अनुमति प्रदान कर दी थी।

मंगलवार को कंपनी के पांच वाहनों को खालापार में रोक लिया गया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस की मौजूदगी में कांपेक्टर और डंपर की चाबियां निकाल ली। वाहन सड़क पर ही खड़े होने के कारण वहां यातायात भी अवरुद्ध होने लगा। वाहन चालकों की सूचना पर कंपनी के सेक्रेटरी प्वाइंट इंचार्ज कुलदीप सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने।

पालिका के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अतुल कुमार का कहना है कि किदवईनगर प्लांट तक पहुंचने के लिए बड़े वाहनों के लिए कोई विकल्प अभी नहीं मिल पा रहा है। ईओ के आदेश पर रामपुरम गेट वाले मार्ग का प्रयोग करने के लिए ही प्रयास किया जा रहा है। मंगलवार को भी पालिका की टीम को साथ रामपुरम गेट पर लगाए गए हाइट बैरियर को हटवाने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर जुटे लोगों ने इसका विरोध कर दिया। इस कारण हाइट बैरियर नहीं हटाया जा सका है।

खालापार निवासी उवेश, रमीज, अयान, मोहम्मद शोएब, इमरान, शावेज खान, इरफान, मोहम्मद राशिद, अमीर हसन ने मंगलवार को खालापार कोतवाली में पालिका और कंपनी के खिलाफ तहरीर देते हुए खालापार में बड़े कूड़ा वाहनों के दिन में आवागमन पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इसमें कहा गया कि 29 जून को पालिका के वाहन से हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। लेकिन इसके बावजूद भी वाहन आ जा रहे हैं।

पुलिस ने बड़े कूड़ा वाहनों को खालापार से दिन के बजाए रात में ले जाने के लिए कहा। करीब 36 से 40 डंपर कूड़ा प्लांट पर ले जाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त वार्डों से 100 छोटी गाड़ियों का कूड़ा कॉम्पैक्टर के माध्यम से निस्तारित किया जा रहा है।