मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में सीएचसी में दुर्घटना में मृत एक युवक के शव को कुत्‍तों के द्वारा नोंचे जाने का मामला सामने आया है। युवक के स्‍वजन जब यहां पर पहुंचे तो मामले का पता चला। जिसके बाद हंगामा हो गया। दरअसल, जानसठ में पानीपत खटीमा राजमार्ग पर मीरापुर क्षेत्र की बीआइटी पुलिस चौकी के निकट गुरुवार की देर शाम अनियंत्रित कार डीसीएम से टकरा गई थी। जिसमें कार सवार पांच युवक घायल हो गए थे।

पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जानसठ पहुंचाया था। जहां पर डॉक्टरों ने एक युवक को मृत घोषित कर दिया था। शुक्रवार की सुबह जब मृत युवक लोकेश के स्वजन अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कुत्ते लोकेश के शव को नोच रहे हैं। शव को कुत्तों के द्वारा नोंचता देखकर स्वजनों में आक्रोश भर गया। उन्होंने मौके पर ही हंगामा कर दिया।

द्वारिका दिल्ली निवासी आशीष, विकास, लोकेश, राहुल, व तरुण अपनी कार में सवार होकर दिल्ली से बिजनौर की ओर जा रहे थे। जैसे ही इनकी कार मीरापुर थाना क्षेत्र की बीआईटी पुलिस चौकी के पास पहुंची तो अचानक से कार अनियंत्रित हो गई। सामने से आ रही डीसीएम और दूसरी कार से टकरा गई। टक्कर लगने से कार सवार सभी युवक गंभीर रूप से घायल हो गए।

सभी घायलों को पुलिस ने इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जानसठ पहुंचाया। वहां पर लोकेश पुत्र कन्हैयालाल को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। लोकेश के शव को अस्पताल परिसर में बने एक कक्ष में रख दिया। शुक्रवार की सुबह जब लोकेश के स्वजन अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कुत्ते लोकेश के शव को नोच रहे हैं। शव को कुत्तों के द्वारा नोचता देखकर स्वजनों में आक्रोश भर गया। उन्होंने मौके पर ही हंगामा कर दिया।

स्‍वजन ने अस्पताल कर्मचारियों और पुलिस पर आरोप लगाया कि अस्पताल परिसर में शवगृह बना होने के बाद भी शव को बिना बिना कुंडे वाले कमरे में रखा गया। जिसकी वजह से कुत्तों ने उसे नोच खाया। स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन्हें काफी समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। शव को पीएम के लिए भिजवाया।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में शवगृह बना हुआ है। परन्तु उसमें सीमेंट और सरिया भर कर उसे स्टोर रूम की तरह बना रखा है। लोकेश के स्वजनों ने आरोप लगाया कि यदि शव को शवगृह में रखा जाता और अस्पताल परिसर में कोई चौकीदार होता तो हमारे बेटे के शव को कुत्ते नहीं नोचते।