मुजफ्फरनगर। सिसौली कसबे के किसान ने गड्ढ़ा विधि से 20 फीट ऊंचा गन्ना उगाने में कामयाबी हासिल की है। खेत को देखने के लिए आसपास के किसान पहुंच रहे हैं। किसान का कहना है कि खेत में पुरानी विधि से अधिक उत्पादन का अनुमान है। खतौली मिल के अधिकारियों ने खेत का भ्रमण किया और किसान के प्रयास की सराहना की।

सिसौली की नई आबादी निवासी युवा किसान बृजेश ने अपने सवा बीघा खेत में पहली बार गड्ढ़ा विधि से गन्ने की खेती शुरू की है। पहली बार पौधा गन्ने की फसल तैयार है। वर्तमान में अगोले समेत गन्ने की ऊंचाई बीस फीट पर है, जबकि बिना अगोले के लगभग 15 फीट तक गन्ना खेत में खड़ा है। किसान ने बताया कि पहली बार इस विधि का प्रयोग किया गया था। शुक्रवार को त्रिवेणी शुगर मिल खतौली के एडीशनल कैन मैनेजर विनोद मलिक और फील्ड सुपरवाइजर संदीप चौधरी ने खेत का निरीक्षण किया। उन्होंने किसान के प्रयास की सराहना की।

क्या है गड्ढ़ा विधि
गन्ना विभाग के अधिकारियों ने बताया कि साइकिल के रिम की तर्ज पर गोलाई में गड्ढ़ा बनाकर किसान गन्ने का बीज डालता है। एक से दूसरे गड्ढे की दूरी पांच फीट रखी जाती है। एक घेरे में 30 से 32 गन्ने का उत्पादन होता है।

पहली बार बुआई, प्रयोग रहा सफल
किसान बृजेश ने बताया कि पहली बार गड्ढा विधि से बुआई की है। सामान्य विधि से होने वाली बुआई से कम पानी खर्च हुआ। इसके अलावा गन्ने की लंबाई और वजन अधिक है, इससे प्रति बीघा के हिसाब से अधिक उत्पादन हुआ है। इस बार 0238 बीज की बुआई की गई थी, लेकिन कृषि वैज्ञानिकों और मिल अधिकारियों के सुझाव से फसल बीमारी से बची रही।

किसानों को लेनी चाहिए प्रेरणा
जिला गन्ना अधिकारी डॉ. आरडी द्विवेदी ने कहा कि किसान ने अच्छा प्रयोग किया है। कम पानी के खर्च पर फसल का उत्पादन करने की पहल किसानों को करनी चाहिए। कम लागत में अधिक उत्पादन से ही किसानों का भला होगा।