मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में खाईखेड़ी चीनी मिल में तैनात आगारा निवासी आबकारी उप निरीक्षक अशोक कुमार के खुदकुशी करने के मामले में आबकारी और चीनी मिल अधिकारियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की गई है। मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात अधिकारियों के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आत्महत्या के पीछे शीरे की कालाबाजारी का खेल सामने आने की आशंका है।
पुरकाजी क्षेत्र के गांव खाईखेड़ी के उत्तर शुगर मिल में तैनात आबकारी उप निरीक्षक अशोक कुमार ने 27 अक्टूबर को फांसी के फंदे पर लटककर खुदकुशी कर ली थी। अशोक कुमार की पोस्टिंग जुलाई 2022 में ही उत्तम शुगर मिल में हुई थी। वह शुगर मिल स्थित गेस्ट हाउस में ही रहे रहे थे। उनके छोटे भाई आनंद कुमार निवासी आवास विकास कालोनी जगदीशपुरा आगरा ने पुरकाजी थाने में भाई अशोक कुमार को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। आनंद कुमार ने बताया कि उनके बड़े भाई और आबकारी उप निरीक्षक अशोक कुमार दीवाली के छुट्टी में आगरा स्थित घर आए हुए थे। बताया कि 25 अक्टूबर को उनके मोबाईल पर बार-बार फोन आ रहे थे। आरोप है कि कुछ लोग फोन उनके भाई को वापस चीनी मिल पहुंचने और शीरा निकालने का निकालने का नाजायज दबाव बना रहे थे। बताया कि वह अपने भाई के कहने पर उन्हें बस स्टैंड पर छोड़कर वापस लौट गए थे। बताया कि 27 अक्टूबर को उन्हें उनकी चचेरी बहन सोना का फोन आया कि अशोक कुमार ने चीनी मिल स्थित गेस्ट हाउस में पंखे पर फांसी लगाकार सुसाइड कर लिया। वहां से एक सुसाइड नोट भी मिला।
आनंद कुमार ने मुकदमा दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि उनके भाई अशोक कुमार पर आबकारी और चीनी मिल अधिकारी नाजायज दबाव बना रहे थे। उन्हें प्रताड़ित किया गया। जिससे परेशान होकर उन्होंने सुसाइड कर लिया। उनका सुसाइड नोट पुलिस के पास है।
खाईखेड़ी चीनी मिल में तैनात आबकारी उप निरीक्षक अशोक कुमार के सुसाइड किये जाने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना पुरकाजी पुलिस के अनुसार आबकारी और चीनी मिल अधिकारियों के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
खाईखेड़ी स्थित उत्तम शुगर मिल में तैनात आबकारी उप निरीक्षक अशोक कुूमार ने खुदकुशी की थी। उन्होंने खुदकुशी से पहले जो सुसाइड नोट लिखा उसमें उन्होंने शीरे के काले कारोबार का जिक्र किया। एफआइआर दर्ज कराते हुए आबकारी उप निरीक्षक के भाई ने भी शीरे के बारे में जिक्र किया है। यदि पुलिस सुसाइड मामले की गहराई से जांच करती है तो चीनी मिल में किस तरह शीरे का काला कारोबार किया जा रहा था उसकी पोल खुल सकती है।