मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर के गांव कुल्हेड़ी में एसडीएम ने छापामारी कर चोरी छिपे तैयार किये जा रहे 200 कुंतल अखाद्य रसगुल्ले नष्ट करा दिये। छापेमारी के बाद खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों को बुलाकर सैंपलिंग कराई गई। दीवाली के मद्देनजर सिंथेटिक रसगुल्ले तैयार किये जा रहे थे। छापेमारी के बाद कार्रवाई से मिलावटखोरों में दहशत है।

दीवाली के मद्देनजर मावा और उससे बनने वाली खाद्य वस्तुओं में जबरदस्त मिलावटखोरी जारी है। दो दिन पहले खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग ने गांव भैंसरहेड़ी में मावा बनाने वाली 4 इकाइयों पर छापेमारी की थी। इस दौरान 50 कुंतल से अधिक सिंथेटिक मावा जब्त कर नष्ट करा दिया गया था। जबकि मौके से वनस्पति घी तथा अन्य खाद्य सामग्री के सैंपल लेकर परीक्षण के लिए भेज दिये गए थे। इनके अलावा अलग-अलग दुकानों पर छापेमारी करते हुए दूध, और उससे बनने वाले पदार्थों सहित बेसन, काबुली चना, नमकीन आदि के भी सैंपल लिये गए थे।

चरथावल थाना क्षेत्र के गांव कुल्हेड़ी में सिंथेटिक रसगुल्ले बनाने का काम काफी पहले से होता है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की जानकारी में होने के बावजूद अखाद्य मिठाई और रसगुल्ले बनाने का काम कुल्हेड़ी में विभिन्न स्थानों पर पहले से ही चलता रहा है। दो दिन पहले सोशल मीडिया पर कुल्हेड़ी के रसगुल्ले जग जाहिर हैं, कर एक पोस्ट वायरल हुई थी। जिसके माध्यम से दीवाली पर कुल्हेड़ी में बड़े पैमाने पर सिंथेटिक और अखाद्य रसगुल्ले तैयार कर आसपास के जनपद और राज्यों में सप्लाई करने की जानकारी दी गई थी।

एसडीएम सदर परमानंद झा ने सोशल मीडिया में वायरल हो रही सिंथेटिक रसगुल्ले बनाए जाने संबंधित सूचना पर का संज्ञान लिया और गांव कुल्हेड़ी में छापेमारी की। बुधवार को एसडीएम सदर भारी फाेर्स के साथ गांव कुल्हेड़ी पहुंचे और रसगुल्ले बनाने वाली इकाई की जांच की। एसडीएम सदर के मुताबिक वहां पर बड़े पैमाने पर अखाद्य रसगुल्ले बने पाए गए। उन्होंने बताया कि खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर बनाए गए रसगुल्लों और बनाने में प्रयुक्त सामग्री की सैंपलिंग कराई गई। उन्होंने बताया कि उसके पश्चात करीब 200 कुंतल अखाद्य रसगुल्लों का विनष्टिकरण कराया गया। गांव में ही जेसीबी से गड्‌ढा खोदकर उसमें रसगुल्ले नष्ट करा दिये गए।

गड्‌ढा खुदवाकर विनष्टिकरण की कार्यवाही के दौरान गांव वालों ने काफी रसगुल्ले उठा लेगए। पुलिस की मौजूदगी में जब खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग ने रसगुल्ला विनष्टिकरण की कार्रवाई शुरू की तो मौके पर गांव वाले भी जमा हो गए। पुलिस क काफी मना करने के बावजूद गांव वाले विनष्टिकरण के दौरान ही काफी रसगुल्ले उठा ले गए।