बुढ़ाना। बिराल गांव के एक वृद्ध ग्रामीण ने अपने इकलौते पुत्र व बेटियों से परेशान होकर रोते हुए अपनी जमीन-जायदाद सहित सभी संपत्ति गांव के शिव मंदिर के पक्ष में वसीयत कर दी। वृद्ध ने कहा कि वह अपनी सभी संपत्ति का एक इंच भी अपने पुत्र को नही देना चाहता।
तहसील क्षेत्र के गांव बिराल का रहने वाला नत्थू सिंह (80) पुत्र भगीरथ सोमवार को तहसील मुख्यालय पहुंचा। तहसील परिसर में अधिवक्ताओं को जानकारी देते हुए उसने बताया कि उसकी पत्नि का एक दशक से अधिक पहले देहांत हो गया था। उसका एक बेटा व बेटियां हैं, सभी शादीशुदा हैं। बेटा सरकारी स्कूल में नौकरी करता था। उसका मकान उसने सहारनपुर में बनवा दिया था। शादी के बाद से वह सहारनपुर में रहता है। उसके पास करीब 15 बीघा जमीन है। वह वृद्ध हो चुका है, पिछले करीब पंद्रह वर्षों से वह अपना खाना-पीना स्वयं बनाता है। वृद्ध होने के कारण हाथ-पैर कांपने लगे हैं। बेटा अथवा उसकी बेटियां कोई भी उसकी कुशलक्षेम नही पूछता। खेत में जाते समय उसका पैर टूट गया था। जिसकी सूचना बेटे को दी गई थी। उसका पता लेने कोई नही आया।
वृद्ध ग्रामीण ने रोते हुए अपनी जीवन की पूरी व्यथा सुनाई। ग्रामीण ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर अपने बेटे अथवा पौत्र आदि को एक इंच भी जमीन नही देना चाहता। ग्रामीण ने गांव के शिव मंदिर को अपनी जमीन सहित अपनी सभी संपत्ति मंदिर के पक्ष में वसीयत कर दी। ग्रामीण ने कहा कि मंदिर के पक्ष में वसीयत करने के बाद उसका मन हलका हुआ है।