मुजफ्फरनगर। सागौन की लकड़ी से भरे कैंटर को मीरापुर थाना क्षेत्र की बीआईटी चौकी पर पुलिसकर्मियों ने ड्राइवर को परेशान किया। दस्तावेज पुरे होने के बाद उसके अनाधिकृत तरीके काफी देर तक चौकी पर रोके रखा। ड्राइवर ने इस संबंध में एसएसपी को फोन कर घटना की जानकारी दी। एसएसपी ने मामले की जांच कराई को सिपाहियों की लापरवाही सामने आयी। एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए चौकी प्रभारी बीआईटी व तीन सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया। इस मामले में एसएसपी ने थाना प्रभारी की संलिप्ता को लेकर प्रारम्भिक जांच शुरू कराई है।

जनपद गाजीपुरा से सागौन की लकड़ी से भरा एक कैंटर सहारनपुर जा रहा था। मींरापुर थाना क्षेत्र में बीआईटी चौकी पर कैंटर ने ड्राइवर ने रुककर पुलिसकर्मियों से रास्ता पूछा। सागौन की लकड़ी भरी होने पर सिपाही सुशील कुमार, राहुल नागर व वेदप्रकाश ने रास्ता बताने के बजाय उसे चौकी पर रोक लिया। ड्राइवर ने सिपाहियों को लकड़ियों से संबंधित जरूरी दस्तावेज भी दिखाई, लेकिन सिपाही उसे अनाधिकृत तरीके से रोककर परेशान करते रहे। काफी देर तक ड्राइवर को चौकी पर रोककर अभद्रता भी की गयी। हालांकि उस समय चौकी पर प्रभारी इन्द्रजीत सिंह मौजूद नहीं थे। इसी बीच ड्राइवर ने एसएसपी विनीत जायसवाल को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी। एसएसपी ने उसकी बात सुनने के पश्चात सीओ जानसठ शकील अहमद व थाना प्रभारी मीरापुर विनोद कुमार सिंह को मौके पर भेजा। प्रथम दृष्टया जांच में तीनों सिपाही दोषी पाए। सीओ के बताने पर एसएसपी ने तीनों सिपाही व चौकी प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है। एसएसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि चौकी प्रभारी व तीन सिपाहियों को सस्पेंड किया गया है। चौकी प्रभारी को इसलिए सस्पेंड किया गया क्योंकि उनकी जिम्मेदारी बनती है कि उनकी चौकी पर तैनात कर्मचारी क्या कर रहे हैं। एसएसपी ने बताया कि थाना प्रभारी की भी इस मामले में प्रारम्भिक जांच कराई जाएगी।