मुजफ्फरनगर. बैराज पर गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु 219 मीटर से 40 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। वहीं सुबह हरिद्वार से 95480 क्यूसेक जल गंगा में छोड़ा गया। जिससे जलस्तर ओर बढ़ने की संभावना है। बढ़े हुए जलस्तर को देखकर ग्रामीणों में भय बना हुआ है।
शिवालिक की पहाड़ियों व मैदानी क्षेत्रों में कई दिनों से हो रही वर्षा से गंगा बैराज पर गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है। वहीं हरिद्वार के भीमगोड़ा बैराज से शुक्रवार की सुबह को करीब 8 बजे 95484 क्यूसेक जल गंगा में छोड़ा गया। यह जल शाम तक गंगा बैराज पर पहुंचेगा। यहा गंगा बैराज पर स्थित सिचाई विभाग के कन्ट्रोल रूम पर अधिकारियों ने सुबह करीब 8 बजे गंगा नदी के अपस्ट्रीम में जलाशय का जलस्तर 221.50 मीटर तथा डाउनस्ट्रीम में चेतावनी बिन्दु 219 मीटर को पार कर 219.40 मीटर पर पहुंच गया, जबकि डाउनस्ट्रीम में गंगा नदी के निस्सारण की माप 77110 क्यूसेक दर्ज की गई।
अतिरिक्त जल करीब 7000 क्यूसेक मध्य गंगा नहर में छोड़ा जा रहा है। वही अचानक से बढ़े हुए जलस्तर के बाद भूगर्भ से निकले चोये के पानी से खादर क्षेत्र के कई गांव के जंगल की फसलें जलमग्न हो गयी तथा गंगा का जल अहमदवाला तटबन्ध के किनारे तक पहुच गया जिससे तटबन्ध में जगह-जगह कटान होना शुरू हो गया है। ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया। वहीं गंगा में जलस्तर बढ़ने के चलते सिचाई विभाग के अधिकारी गंगा बैराज पर डेरा डालकर बार-बार जलस्तर की स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
सिंचाई विभाग बिजनोर की मध्य गंगा नहर खण्ड-5 के अवर अभियंता पीयूष बालियान ने बताया कि हरिद्वार से सुबह करीब 8 बजे 95480 क्यूसेक जल गंगा में छोड़ा गया है। जो की शाम तक गंगा बैराज पर पहुंच जाएगा। हालांकि गंगा के जलस्तर में घटत-बढ़त होती रहती है। बाढ़ की कोई सम्भावना नहीं है।