मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन टिकैत में भंग चल रही सभी कार्यकारिणी के बीच ही संगठन में नाराजगी सतह पर आने लगी है। यूनियन में पहले ब्लॉक और फिर तहसील अध्यक्ष रहे विकास शर्मा ने यूनियन से इस्तीफा देकर खुद को किनारे कर लिया है। उनका कहना है कि मान सम्मान को पहुंची ठेस के कारण ही उन्होंने यूनियन से इस्तीफा दे दिया है। मामला भारत बन्द के दौरान दूसरे गुट से हुए टकराव को लेकर है।

27 सितम्बर को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्नान पर भारत बन्द आंदोलन किया गया था। मुजफ्फरनगर जनपद में इस बन्द की सफलता के लिए भारतीय किसान यूनियन ने बड़ी भूमिका निभाई थी। दस प्रमुख स्थानों के साथ ही जनपद के गांव देहात में हर सड़क पर भाकियू के कार्यकर्ता किसानों को साथ लेकर उतरे थे। यूनियन के तहसील सदर के पूर्व अध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्या के पति विकास शर्मा निवासी गांव रोनी हरजीपुर ने चरथावल में नहर के पासा चरथावल-थानाभवन मार्ग पर चक्का जाम किया था। यहीं पर सड़क किनारे किसान नेता ठा. पूरण सिंह के किसान मजदूर संगठन के पदाधिकारी भी टैंट लगाकर धरना दे रहे थे। इसी बीच विकास शर्मा की दूसरे गुट के नेताओं के साथ तीखी झड़प हो गई थी। मौके पर इस मामले को संभाल लिया गया था, लेकिन इस प्रकरण में अपने सम्मान को पहुंची ठेस को लेकर विकास शर्मा ने यूनियन के शीर्ष नेतृत्व तक अपनी बात को पहुंचाया और इसके बाद भी उनके सम्मान मेें यूनियन के वरिष्ठ नेताओं द्वारा कोई कदम नहीं उठाने से आहत होकर आज विकास शर्मा ने यूनियन में 11 साल के अपने संघर्षशील सफर को विराम दे दिया।

शुक्रवार को विकास शर्मा ने चरथावल ब्लॉक परिसर में अपने समर्थकों और यूनियन के दूसरे पदाधिकारियों की मीटिंग बुलाई इसमेें उन्होंने मान सम्मान को लगी ठेस की अपनी पीड़ा को रखा। उन्होंने कहा कि भाकियू के साथ वह किसानों की लड़ाई लड़ने के लिए जुड़े थे, संगठन में उन्होंने 11 साल रहकर किसानों को न्याय दिलाने, उनकी समस्याओं को समाधान तक पहुंचाने के लिए संघर्ष करने के साथ ही यूनियन के हर कार्यक्रम और आंदोलन के लिए कुर्बानी दी हैं, लेकिन यूनियन में अब कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं रहा है। उन्होंने बताया कि भारत बन्द के दौरान उनके साथ अभद्रता की गयी, इसके बाद भी यूनियन खामोश हैं। वह यह अपमान सहन नहीं करेंगे।

उन्होंने बताया कि सम्मान की खातिर उन्होंने आज यूनियन के अपने सफर को विराम देते हुए इस्तीफा दे दिया हैै। उनके साथ अन्य कई लोगों ने यूनियन को अलविदा कहा हैै। अब 15 दिन बाद विकास शर्मा ने चरथावल में एक महापंचायत बुलाई है। इसमें किसानों और क्षेत्रवासियों को आमंत्रित किया गया है, महापंचायत के बाद ही अगला निर्णय लिया जायेगा। अभी फिलहाल उन्होंने किसी दूसरे संगठन से जुड़ने से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि वह महापंचायत में निर्णय के बाद ही अगला कदम उठायेंगे। वहीं सूत्रों का कहना है कि विकास शर्मा अब राकेश टिकैत का साथ छोड़कर दूसरे किसान संगठन का झण्डा थामने की तैयारी कर चुके हैं। बता दें कि विकास शर्मा ने जिला पंचायत के चुनाव में चरथावल चतुर्थ के अन्तर्गत वार्ड 14 से जिला पंचायत सदस्य पद पर अपनी पत्नी कृष्णामूर्ति को मैदान में उतारा था और इस चुनाव में 6985 वोट लेकर कृष्णामूर्ति जिला पंचायत सदस्य बनीं।

ब्लॉक पर हुई मीटिंग मेें विकास शर्मा के साथ अभिषेक बंसल, शीलू त्यागी, सोनू त्यागी, सौरभ त्यागी, मनु त्यागी, पवन त्यागी, राजीव त्यागी, सरफराज त्यागी, ठाकुर बृजपाल सिंह, ठाकुर पप्पू राणा, ठाकुर जागरण राणा, सचिन कुमार, संजय कुमार, मामचंद ठाकुर, नंदकिशोर शर्मा, मुनि ठाकुर, मनोज ठाकुर, गोल्डी राणा, दीपक राणा, कुलदीप राणा, रमेश राणा, भूरा त्यागी, राजेंद्र भगत, किशन, कृष्ण त्यागी, कुलदीप त्यागी, बाबी त्यागी, सतीश ठाकुर, संदीप शर्मा, राहुल त्यागी, रविंद्र त्यागी, कन्नू त्यागी, राजेश त्यागी, उपेंद्र ठाकुर, देवेंद्र प्रधान सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।