रोहाना कलां/चरथावल। पानीपत-खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन पीनना-मुजफ्फरनगर बाईपास पर ग्रामीणों ने तीन घंटे जाम रखा। आरोप था कि कंपनी की ओर से राजमार्ग पर बाननगर गांव से खेतों में जाने वाले रास्ते को बंद किया जा रहा है। ग्रामीणों ने निर्माण कंपनी को पांच दिन का समय देकर धरना खत्म किया।
एनएचएआई की ओर से निर्माणाधीन राजमार्ग पर पीनना बाईपास का निर्माण अंतिम चरणों में चल रहा है। इस बाईपास पर बाननगर गांव का रकबा पड़ता है। किसानों की जमीन भी अधिग्रहीत की गई। मगर, इस गांव के शत-प्रतिशत किसानों की जमीन सड़क के दूसरे किनारे है।
जिलाधिकारी एवं संबंधित अफसरों के प्रार्थना पत्र देकर कट अथवा अंडरपास की मांग करते हुए ग्रामीण थक चुके हैं। अभी निर्माण अधूरा होने के कारण सड़क के दोनों तरफ डिवाइडर नहीं बने थे। किसान किसी तरह सड़क पार कर खेतों में पहुंच जाते थे। फिलहाल गांव के रास्ते पर बाईपास पर डिवाइडर बनाने का काम चल रहा है। इससे किसानों का जंगल में जाना बंद हो गया है।
रविवार को विवश होकर ग्रामीणों ने राज मार्ग पर कट या अंडरपास बनवाने की मांग को लेकर धरना दिया। करीब तीन घंटे मार्ग जाम रखा। सूचना पर शहर कोतवाल महावीर सिंह चौहान, रोहाना चौकी प्रभारी एवं निर्माण कंपनी के प्रतिनिधि शशि भूषण पांडेय किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें नियमित कट बनवाने का आश्वासन दिया।
किसानों की कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर से भी वार्ता कराई। ग्रामीणों ने निर्माण कंपनी को पांच दिन का समय देकर धरना खत्म किया। इस दौरान पूर्व प्रधान सुरेश चंद, मास्टर सुरेश कुमार, सुशील डायरेक्टर, बेगराज सिंह, पिंटू, अशोक शर्मा, बिजेंद्र शर्मा, नरेश कुमार, अर्जुन सिंह, सुशील चौहान आदि किसान मौजूद रहे।