मंसूरपुर। खानूपुर गांव और मंसूरपुर डिस्टलरी प्रशासन के बीच चले आ रहे विवाद ने फिर तूल पकड़ लिया। ग्रामीणों ने पंचायत कर डिस्टलरी प्रशासन पर मंदिर की जमीन कब्जाने का आरोप लगाया। पुलिस के रवैये की निंदा की। पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान के साथ ग्रामीण थाने पहुंच गए और पुलिस को खरी खोटी सुनाई। उधर, ग्रामीणों ने डिस्टलरी की दीवार को अवैध बताते हुए तोड़ दिया और मंदिर में मूर्तियां भी स्थापित कर दी है।

खानपुर के पंचायतघर में रविवार को ग्रामीणों की पंचायत हुई। पूर्व केंद्रीय मंत्री पहुंचे। ग्रामीणों ने एसओ को कॉल कर पंचायत में बुलाया। एसओ नहीं पहुंचे तो ग्रामीण पूर्व मंत्री के साथ थाने पहुंच गए। बालियान ने कहा कि तहसील के अधिकारियों और पुलिस ने मिली भगत कर ग्राम पंचायत और मंदिर की भूमि पर कब्जा करा दिया गया है। ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस मुकदमे का डर दिखाकर ग्रामीण को धमका रही है और मुकदमे कर रही है। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस ने दर्जनों ग्रामीणों को मुचलका पाबंद किया है। बालियान ने कहा कि किसी ग्रामीण के खिलाफ कोई मुकदमा कायम नहीं होगा।