मुजफ्फरनगर। शादी जिसे सात जन्मों का बंधन कहते हैं, उसे एक पति ने मामूली सी बात पर विवाहिता को तीन तलाक बोलकर मुक्त कर दिया। पति-पत्नी के बीच फोन पर हुए झगड़े ने इतना तूल पकड़ा कि पति ने अपने पत्नी को तीन बार तलाक बोल दिया। तीन तलाक मिलने के बाद पत्नी ने पति के खिलाफ तीन तलाक दिए जाने का मामला दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दी है। विवाहिता ने अपने ससुरालियों पर भी अतिरिक्त दहेज की मांग किए जाने और मांग पूरी न होने पर मारपीट का आरोप लगाया है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक ककरौली थाना क्षेत्र के ग्राम खेड़ी फिरोजाबाद निवासी महिला नगमा का निकाह (छपुं) लगभग 3 वर्ष पूर्व मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार भोपा थाना क्षेत्र के गांव रूडकली तालाब अली निवासी युवक के साथ हुआ था। शादी के बाद नगमा को एक पुत्र भी हुआ था, जिसकी उम्र अब लगभग दस माह है। महिला का आरोप है कि शादी के बाद से ही उसका पति अपने परिजनों सहित उसके साथ अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर मारपीट करने लगा था और पांच लाख रुपये न मिलने पर उसे घर से निकालने की धमकी भी दी गई थी।

ससुरालियों के उत्पीड़न से परेशान होकर लगभग 15 दिन पूर्व नगमा की मां उसे लेकर मायके आ गई थी। मायके में रह रही नगमा ने अपने पति से फोन पर बात की और उसे ले जाने के लिए कहा। इसी बीच दहेज के पैसों को लेकर बात हुई तो नगमा ने इसमें परिजनों की असमर्थता जताई, जिस बात को लेकर नगमा का पति आवेश में आ गया और वह उसके साथ गाली-गलौज करने लगा।

नगमा ने उसे ऐसा करने से मना किया तो उसने फोन पर ही नगमा को तीन तलाकदे दिया। तीन तलाक की इस घटना के बाद नगमा स्तब्ध रह गई और उसने अपने परिजनों को इस विषय में बताया। नगमा ने इस मामले में ककरौली थाने पहुंचकर पति व उसके परिजनों के खिलाफ तहरीर दी है, जिस पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

ककरौली थाना प्रभारी अभिषेक सिरोही ने बताया कि फोन पर तीन तलाक दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित महिला नगमा द्वारा इस मामले में तहरीर दी गई है, जिसकी जांच कराई जा रही है। जांच के बाद इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।