मुजफ्फरनगर। शहर के बाल सुधार गृह में रखी गई दो बच्चों ने अपनों से बड़े उम्र के युवाओं पर कुकर्म का आरोप लगाया है। जिसके बाद बाल सुधार गृह में कुकर्म के आरोप से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। आरोप के बाद दोनों को चिकित्सालय में चिकित्सीय परीक्षण कराने के लिए भेजा गया है।
शहर के आर्यपुरी में बाल सुधार गृह है। यहां पर रखे गए किशोरों की पढ़ाई के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने दो शिक्षक भी तैनात किए हुए हैं। सुधार के अन्य कार्यक्रम भी चल रहे हैं। यहां 35 किशोर और बच्चे हैं। बाल सुधार गृह में कुकर्म के आरोप का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 12 से 13 साल के दो बच्चों ने 16-17 साल के कुछ किशोरों पर कुकर्म करने का आरोप लगाया है। दोनों पीड़ित बच्चों की 21 मई को जिला चिकित्सालय में डॉक्टरी कराई गई।
बाल सुधार गृह में बच्चों को सुधारने के लिए रखा जाता है। इस तरह की घटना ने पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बाल सुधार गृह के अधीक्षक आशाराम ने बताया कि अधिकारियों के सामने शिकायत आने के बाद दो बच्चों की पुलिस सुरक्षा में जिला चिकित्सालय में डॉक्टरी कराई गई है। अभी मेडिकल रिपोर्ट नहीं आई है। आगे की कार्रवाई रिपोर्ट आने के बाद ही होगी। जबकि डीपीओ का कार्यभार देख रहे सतीश गौतम का कहना है कि उन्हें इस प्रकरण की जानकारी नहीं है। इस मामले में जिलाधिकारी सीबी सिंह ने बताया कि बच्चों का मेडिकल हो चुका है। अभी रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई होगी।
जिला जज ने किया बाल सुधार गृह का निरीक्षण
जिला जज चवन प्रकाश ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ बाल सुधार गृह का निरीक्षण किया। उन्होंने व्यवस्थाओं को देखा और बच्चों से बात की। जिला बुधवार को आर्यपुरी स्थित बाल सुधार गृह पहुंचे और वहां की व्यवस्थाओं को देखा। बालकों को दिए जाने वाले भोजन, पानी अन्य व्यवस्थाओं को परखा। बच्चों ने जिला जज के सामने अपनी समस्याएं रखीं। निरीक्षण के दौरान डिप्टी कलक्टर अशोक कुमार, सीओ सिटी कुलदीप सिंह आदि अधिकारी मौजूद रहे।