फतेहपुर. आज दुर्गा अष्टमी है. देशभर में नवरात्र के मौके पर भक्त बड़ी संख्या में देवी मंदिरों में दर्शन को पहुंच रहे हैं. इस दौरान आस्था और मान्यता के नाम पर अंधविश्वास के अलग-अलग रूप देखने को मिल रहे हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के एक माता मंदिर में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां लंबी बीमारी से परेशान बुजुर्ग ने जीभ काटकर माता के मंदिर में चढ़ा दी. जीभ काटने की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैली. इसके बाद मंदिर परिसर और आस-पास भारी तादाद में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई.
इस घटनाक्रम के सामने आने के बाद कोई इसे आस्था तो कोई अंधविश्वास बता रहा है. वहीं दूसरी ओर जिले के कल्याणपुर थाना प्रभारी नीरज यादव ने बताया कि जानकारी मिली थी कि गुगौली गांव के समीप माता मंदिर में एक स्थानीय भक्त 65 साल के बाबूराम पासवान ने अपनी आधी जीभ काटकर शिव भवानी माता के मंदिर में चढ़ा दी है. गांव वालों ने बताया कि बाबूराम पासवान पैर के दर्द से बेहद परेशान थे. कई जगह इलाज कराने के बाद भी उनकी बीमारी ठीक नहीं हुई. इसके वजह से उन्होंने अपनी जीभ काटकर माता के सामने चढ़ा दी.
धर्मपाल ने कहा कि उनके परिवार में किसी को नहीं मालूम था कि वो ऐसा करने वाले हैं. पुलिस उन्हें अपने साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोपालगंज ले गई. प्राथमिक उपचार के बाद प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण कुमार द्विवेदी ने रामबाबू को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. इस मामले को लेकर सीएचसी प्रभारी डॉक्टर अरुण द्विवेदी ने बताया कि बुजुर्ग की जीभ का एक हिस्सा अलग से कटा हुआ था, वहां से खून बह रहा था. बताया जा रहा है कि बुजुर्ग की हालत अब स्थिर है.