मुजफ्फरनगर। शपथ समारोह में पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप के साथ हुई अनुशासनहीनता पर जांच बैठ गई है। शपथ लेने के बाद मीनाक्षी स्वरूप में नगर पालिका कार्यालय पहुंच कर चार्ज लिया था। इस दौरान सभागार से निकलते समय कुछ सफाई कर्मचारियों ने पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप और उनके पति गौरव स्वरूप का घेराव करते हुए हंगामा कर दिया था, वहीं पालिकाध्यक्ष के साथ अनुशासनहीनता भी की गई थी। इस मामले में नगर पालिका ईओ हेमराज सिंह ने जांच बैठा दी है। ईओ ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल कुमार को जांच करने के निर्देश दिए है।

26 मई को टाउन हाल मैदान में शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में नगर मजिस्ट्रेट के द्वारा पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप को शपथ ग्रहण कराई गई थी, वहीं बाद में मीनाक्षी स्वरूप ने 55 सभासदों को शपथ ग्रहण कराई थी। इसके बाद पालिकाध्यक्ष ने कार्यालय में पहुंच कर चार्ज संभाला और सभागार में सभासदों के साथ परिचय बैठक की। सभागार से बाहर निकलते हुए कुछ सफाई कर्मचारियों ने पालिकाध्यक्ष का घेराव करते हुए हंगामा कर दिया और उनके साथ अनुशासनहीनता की। कर्मचारियों ने आरोप लगाया था कि शपथ ग्रहण समारोह में सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष और महामंत्री को निमंत्रण नहीं दिया गया है, इसको अपमान बताते हुए सफाई कर्मचारियों ने नाराजगी जताई थी। नगर पालिका ईओ ने इस मामले में जांच बैठा दी है। उन्होंने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार को जांच सौंपी है। अनुशासनहीनता करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ जांच कर रिपोर्ट देने के साथ ही कहा है कि यदि दोष साबित हुआ तो कड़ी कार्यवाही की जायेगी। इसके साथ ही चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने पालिका के निर्माण लिपिक अशोक ढींगरा को भी इस बात की जांच सौंपी है कि सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष और महामंत्री को शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण पत्र क्यों नहीं दिया गया।