मुजफ्फरनगर। जमीयत उलमा-ए-हिन्द के कार्यकर्ताओं ने त्रिपुरा में हो रही हिंसा के विरोध में राष्ट्रपति को रजिस्ट्री डाक से पत्र भेजकर हिंसा में शामिल दोषियों पर कड़ी कार्रवाही करने की मांग की है।
जमीयत उलमा-ए-हिन्द बुढ़ाना ने राष्ट्रपति को भेजे पत्र में कहा की भारत के त्रिपुरा राज्य में साम्प्रदायिक शक्तियों ने एक समुदाय के धार्मिक स्थलों व उनके मकानों में आग लगा दी है। प्रिंट मिडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से वहां के हिंसा की तस्वीरें आ रही है। जो की बेहद निंदनीय है। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। जहां सभी को अपने अपने धर्मानुसार जीने की पूर्ण स्वतंत्रता है। जमीयत उलमा-ए-हिन्द बुढ़ाना इस प्रकरण की कड़ी निंदा करते हुए दोषियो पर कड़ी कार्रवाई व अमनो-अमान बहाली और पीड़ितों को मुआवज़े की मांग भी करती है। पत्र भेजने वालों में जमीयत नगर अध्यक्ष हाफिज शेरदीन, हाफिज तहसीन, आसिफ कुरैशी, इस्लाम सेफी, रोजुददीन अंसारी, इसरार कुरैशी, राशिद मंसूरी, इस्लाम मंसूरी, हाजी शराफत, कारी नदीम, शाहिद कुरैशी, इकराम कुरैशी, हाफिज कामिल आदि शामिल रहे।