मुजफ्फरनगर। ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के निर्माणाधीन ट्रैक पर डबल क्षमता की मालगाड़ी दौड़ेंगी। खतौली यार्ड पर चल रहे निर्माण की तकनीक देखने के लिए जापान की दो कंपनियों के प्रतिनिधिमंडल ने दौरा किया। फ्रांस में तैयार की गई पटरियों को बिछाने ने जोर पकड़ लिया है। रोजाना 1200 मीटर पटरी बिछाने का कार्य किया जा रहा है।

खतौली में न्यू ट्रैक लिंकिंग मशीन (एनटीसी) साइट पर दुनिया में निर्माण कार्यों में बड़े यंत्रों का प्रयोग करने वाली नामचीन कंपनी मारूबेनी के वरिष्ठ अधिकारी मितसुरू टेनीनो, क्रेन मुहैया कराने वाली कोबो के महाप्रबंधक योशीकाजू इजुका, प्रोजेक्ट हेड डॉ. रमन चौधरी के साथ कॉरिडोर के निर्माण को परखा। कार्यदायी कंपनी खतौली के टबीटा में पटरियों को बिछाने का कार्य चल रहा है। खुर्जा से वाया मेरठ होते हुए अब तक 115 किमी पटरी बिछाने का कार्य पूरा हो गया है। रोजाना 1200 मीटर पटरी बिछाने का कार्य किया जा रहा है। ट्रैक पर डेढ़ किमी लंबी मालगाड़ी को दौड़ाने के लिए डिजाइन तैयार किया गया है। सामान्यत: 22 मीट्रिक टन क्षमता के एक्सिल लोड के विपरीत 32.5 एमटी क्षमता की पटरियों को बिछाया जा रहा है। बिना रूके मालगाड़ी इस ट्रैक पर दौड़ेंगी।

मिट्टी भराव का कार्य अभी अधूरा
जिले में ओवरब्रिज और अंडरपास का निर्माण पूरा हो गया है। मगर, ट्रैक की बराबर में मिट्टी भराव का कार्य अधूरा है। ब्लॉक में पानीपत खटीमा मार्ग के पास कछौली मार्ग, कछौली, बधाई खुई में ओवरब्रिज बन गए है। मगर, दोनों साइड में मिट्टी भराव कार्य अधूरा है।

दस किमी की दूरी पर बनाए जा रहे स्टेशन
जनपद की सीमा में न्यू मुजफ्फरनगर के नाम से पीनना-लकड़संधा के बीच स्टेशन का निर्माण अंतिम चरणों में है। यहां मालगाड़ियों रुकेगी। सिंगल ट्रैक होने के कारण परियोजना में हर 10 किलोमीटर पर एक स्टेशन तैयार किया जा रहा है। सकौती-खतौली के बीच न्यू खतौली, नरा के पास न्यू जड़ौदा और कछौली-जट नंगला के मध्य न्यू रोहाना स्टेशन बनाया जा रहा है। जिले के चारों स्टेशनों का करीब 80 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है।

मुजफ्फरनगर सीमा में ट्रैक पर पुलों और अंडरपास का निर्माण शत-प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। कछौली, बधाई खुर्द और रोहाना क्षेत्र में करीब 2.50 लाख क्यूबिक मीटर मिट्टी भराव के कार्य अवशेष है। अक्तूबर में मिट्टी कार्य पूरा लिया जाएगा। खतौली नहर पुल के पास मिट्टी भराव कार्य शीघ्र पूरा करा लिया जाएगा। ताकि ट्रैक बिछाने के काम ना रूके। – डॉ. रमन चौधरी, कंपनी प्रोजक्ट हेड
यह भी जान लीजिए

– पश्चिम बंगाल के दानाकुनी से लुधियाना तक बनाए जा रहे ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर
– जिले में खतौली से मंसूरपुर, पीनना और चरथावल क्षेत्र से यह कॉरिडोर गुजर रहा है।
– ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर पंजाब में 88 किमी, हरियाणा में 72 किमी, यूपी में 1076 किमी, बिहार में 236 किमी, झारखंड में 199 किमी और पश्चिम बंगाल में 202 किमी गुजरता है।
– जिले में चरथावल क्षेत्र में न्यू मुजफ्फरनगर के नाम से रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है।