मेरठ। भारतीय सनातन परंपरा से प्रभावित जापानी लड़की रीसा ने मेरठ के कंकरखेड़ा निवासी वैभव को अपना जीवनसाथी स्वीकार किया। रीसा के माता-पिता ने दोनों को आशीर्वाद दिया और सुखी जीवन की कामना की।
कंकरखेड़ा के बद्रीशपुरम निवासी दिवाकर नंद ध्यानी के बेटे वैभव का विवाह जापान के टोक्यो निवासी रीसा के साथ हुआ। विवाह कार्यक्रम कंकरखेड़ा बाईपास स्थित एक मंडप में हुआ। आयोजन में रीसा की माता कोरा और पिता योशीकाता सोने निवासी मीताका टोक्यो भी शामिल हुए।
गढ़वाल सभा से जुड़े वैभव के चाचा सुरेंद्र ने बताया कि भारतीय सभ्यता और परंपरा को लेकर जापान की बेटी भी प्रभावित हुई। परिवार के लोगों से बातचीत हुई, जिसके बाद दोनों बच्चों का विवाह संस्कार कार्यक्रम भारतीय परंपरा अनुसार मेरठ में ही किया गया।
जापानी माता-पिता ने भारतीय परंपरा अनुसार अपनी बेटी का कन्यादान किया। इस दौरान सात फेरे के साथ हिंदी में वचन कराए गए। माता-पिता को वचनों का अनुवाद भी बताया गया। सर्व समाज के लोग विवाह कार्यक्रम में शामिल हुए। विवाह आयोजन के दौरान वैभव को सभी ने आशीर्वाद दिया।