मुज़फ्फरनगर : उत्तर प्रदेश में जयंत चौधरी की अगुवाई वाली रालोद और एनडीए गठबंधन में शामिल होने की अटकलें तेज हैं. ऐसी खबरें हैं कि बीजेपी ने जयंत चौधरी की आरएलडी को 4 लोकसभा सीटों का ऑफर दिया है. वहीं सपा और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही उठा पटक और भाजपा के साथ जाने की चर्चाओं के बीच यूपीतक पहुंचा RLD के गढ़.

जाटों ने कर दिया बड़ा ऐलान    पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हॉट सीट माने जाने वाली मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर यूपीतक ने जाट समाज के लोगों बात की. यूपी तक ने लोगों से बात कर ये जानने की कोशिश की कि जयंत चौधरी के पाला बदलने को लेकर जाट समाज  कैसे देखता है. यूपी तक से बात करते हुए  मुजफ्फरनगर के  जाट समाज के लोगों ने एक सुर में कहा कि जयंत चौधरी को भाजपा के साथ आ जाना चाहिए. भले ही सीटे कम मिले लेकिन उनका सम्मान और पार्टी का अस्तित्व तो बचा रहेगा. क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव में हम देख चुके हैं कि जैसे सिंबल इनका और प्रत्याशी सपा पार्टी का रहा है तो उसमें कैसे उनकी पार्टी का वजूद और अस्तित्व बचेगा.
मुजफ्फरनगर सीट पर फंसा है पेच    बता दें कि मुजफ्फरनगर में प्रत्याशी को लेकर सपा और आरएलडी में खींचतान मची है.  समाजवादी पार्टी चाहती है कि हरेंद्र मलिक को वहां से चुनाव लड़ाया जाए. सपा के हरेंद्र मलिक आरएलडी के टिकट पर लड़े. जबकि आरएलडी के कई स्थानीय नेता इसके विरोध में है और नहीं चाहते की हरेंद्र मलिक को मुजफ्फरनगर की सीट दी जाए. गौरतलब है कि करीब पखवाड़े भर पहले जयंत चौधरी और अखिलेश यादव की लखनऊ में हुई मुलाकात के बाद दोनों के बीच सात सीटों पर डील हो गई थी. इन 7 सीटों में 5  बागपत, मुजफ्फरनगर, कैराना, मथुरा, हाथरस तो तय हैं लेकिन दो सीटों पर अभी भी नाम को लेकर संशय बना हुआ है. अभी यह तय नहीं हो पा रहा है कि मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, नगीना और फतेहपुर सीकरी में से कौन सी और 2 सीट आरएलडी को दी जाएगी.