मुजफ्फरनगर. विधानसभा चुनाव में गठबंधन के सहारे सियासी संकट से उबरे राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जयन्त चौधरी ने पार्टी के विधायकों को आदेश दिया है कि वह अपनी निधि का 35 प्रतिशत अंश अनुसूचित वर्ग के कार्यों पर खर्च करें। इसके लिए पार्टी के विधानमंडल नेता राजपाल बालियान को जयन्त ने पत्र लिखा है।

लोकसभा चुनाव से पहले इसे रालोद के अनुसूचित वर्ग को लुभाने का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव में रालोद ने सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है। रालोद की कमान जयन्त चौधरी के हाथ में आने के बाद सियासी सूखा समाप्त करने को पार्टी ने किसान आंदोलन, न्याय यात्रा के साथ बहुजन उदय अभियान चलाकर अपनी जमीन मजबूत की थी। इसका असर चुनाव में दिखाई दिया। गठबंधन के सहारे रालोद ने अपने आठ विधायक जिताए हैं।

अब प्रदेश में विधायक निधि से विकास और निर्माण कार्य किए जाने हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार ने विधायक निधि को तीन करोड़ से बढ़ाकर पांच करोड़ रुपये किया गया है। पहली किस्त के रूप में डेढ़ करोड़ रुपये हाल ही में जारी हुए हैं।

इसी बीच जयन्त चौधरी ने पार्टी के विधानमंडल के नेता राजपाल बालियान को पत्र लिखा था। इसमें कहा गया कि वह पार्टी के सभी विधायकों को पत्र जारी करें तथा कहें कि वह अपनी निधि का 35 प्रतिशत अंश अनुसूचित वर्ग के विकास को खर्च करें। न्याय और बहुजन उदय अभियान में दिखी सत्यता रालोद सुप्रीमो जयन्त चौधरी ने पत्र में साफ लिखा कि न्याय यात्रा और बहुजन उदय अभियान में अनुसूचित वर्ग की दयनीय स्थिति सामने आई है।

गांवों के साथ आवासीय क्षेत्रों के हालात सामने आए हैं। इसके लिए प्रत्येक विधायक अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के मुद्दों पर नजर रखें और उन्हें सदन में उठाएं। उन पर होने वाले उत्पीड़न पर कड़ी नजर रखें तथा उनको न्याय दिलाने का प्रयास किया जाए। रालोद के आठ विधायक रालोद के वर्तमान में आठ विधायक हैं। जिनमें बुढ़ाना से राजपाल बालियान, मीरापुर से चंदन चौहान, पुरकाजी से अनिल कुमार, थानाभवन से अशरफ अली, शामली से प्रसन्न चौधरी, छपरौली से अजय कुमार, सिवालखास से गुलाम मोहम्मद, सादाबाद से प्रदीप कुमार हैं।

एक वर्ष में विधायक निधि – 05 करोड़ रुपये एक विधायक की निधि का 35 प्रतिशत अंश – 1.75 करोड़ रुपये रालोद के आठ विधायकों की एक वर्ष की निधि – 40 करोड़ रुपये 35 प्रतिशत अनुसूचित के लिए आरक्षित अंश – 14 करोड़ रुपये इन्होंने कहा… राष्ट्रीय अध्यक्ष का पत्र मिला है, जिसमें पार्टी विधायकों को 35 प्रतिशत निधि अनुसूचित वर्ग के लिए खर्च करने के आदेश हैं।

इस निधि को अनुसूचित बस्ती, गांव और मोहल्लों में सड़क, बिजली-पानी के लिए खर्च किया जाएगा। इसके लिए वह विधानमंडल के नेता होने के कारण सभी विधायकों को पत्र भेज रहे हैं। यह पार्टी की अच्छी पहल है, ताकि हर वर्ग का विकास और उसे मुख्यधारा में जोड़ने का अवसर मिले