उल्लेखनीय है कि वार्ड 42 से भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉक्टर वीरपाल निर्वाल चुनाव लड़ रहे थे, कल मतगणना समाप्ति के अंतिम दौर के बाद यह चर्चा फैल गई थी कि निर्वाल जीत गए हैं, जिसके बाद रालोद के सैकड़ों कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और उन्होंने हंगामा किया, जिसके बाद अधिकारियों ने राष्ट्रीय लोकदल के प्रभात चौधरी गुड्डू को विजयी घोषित कर दिया, उन्हें मुजफ्फरनगर मुख्यालय पर प्रमाण पत्र देने के लिए भी कह दिया गया, जिसके विरोध में भारतीय जनता पार्टी के नेता एकजुट हुए और बुढाना के विधायक उमेश मलिक व पार्टी के जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला समेत सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता मतगणना केंद्र पर पहुंच गए और वहां हंगामा किया।
पूरे दिन चले हंगामे के बाद देर शाम अधिकारियों ने कहा कि प्रभात गुड्डू ही चुनाव जीत गए हैं और भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर वीरपाल निर्वाल अपने समर्थकों के साथ मतगणना केंद्र के बाहर धरने पर बैठ गए थे। उन्होंने भी पत्रकारों से कहा था कि अफसरों ने मुझे बेईमानी के साथ हरा दिया है, रात भर चले हंगामे के बाद आज सुबह स्थिति बदल गई है और प्रशासन ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी वीरपाल निर्वाल को निर्वाचित घोषित कर दिया है, डॉ निर्वाल को विजयी प्रमाण पत्र दे दिया गया है।
इसी तरह वार्ड सात में भी घंटों चले हंगामे के बाद देर रात्रि बताया गया था कि बसपा समर्थित शंकर भोला चुनाव जीत गए हैं ,इस सीट पर भी कल दिन भर हंगामा चलता रहा लेकिन आज सुबह इस सीट पर भी परिणाम बदल गया है और भारतीय जनता पार्टी के तरुण पाल निर्वाचित घोषित कर दिए गए हैं, तरुण पाल को भी विजयी प्रमाण पत्र दे दिया गया है।
भाजपा के एक और कद्दावर नेता यशपाल पंवार भी वार्ड 33 से चुनाव लड़ रहे थे, वहां भी बहुत देर तक यह चर्चा चलती रही कि यशपाल पंवार और निर्दलीय प्रत्याशी रिहान में कौन जीतेगा, लेकिन जीत का अंतर ज्यादा वोटों का होने के कारण वहां आखिर में रिहान को ही निर्वाचित घोषित किया गया जिसके बाद यशपाल पंवार ने अपनी हार स्वीकार करते हुए घोषणा की कि वह जल्दी खतौली क्षेत्र की जनता की सेवा करने के लिए फिर हाजिर होंगे, यशपाल पंवार ने भाजपा कार्यकर्ताओं का आभार भी जताया था।