बागपत।  दिल्ली में नए संसद भवन के सामने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने वाले छपरौली कस्बे के युवक जितेंद्र के परिजनों ने पुलिस पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि उन पर कई बार हमला हुआ और पुलिस में शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से क्षुब्ध होकर जितेंद्र ने जान देने का प्रयास किया।

कस्बे की पट्टी धंधान के रहने वाले रविंद्र ने बताया कि वह अनुसूचित जाति से हैं। दिल्ली में नए संसद भवन के सामने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने वाला जितेंद्र उसका छोटा भाई है। रविंद्र ने बताया कि वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव के दौरान पड़ोस में ही रालोद की जनसभा चल रही थी, वहां उसके पिता महीपाल भी पहुंच गए। आरोप है कि कुछ लोगों ने उसके पिता के साथ गाली गलौज कर मारपीट कर दी। इसकी शिकायत उन्होंने की तो पुलिस ने शांतिभंग में चालान कर दिया।

मुकदमा दर्ज नहीं करने से आरोपियों को एसडीएम बड़ौत के न्यायालय से जमानत मिल गई। उसके भाई ने अनुसूचित जाति जनजाति आयोग में इसकी शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। शिकायतें करने पर हमलावरों ने वर्ष 2024 में तिलवाड़ा मोड़ पर ईंट भट्ठे के पास उसके पिता महीपाल को कार से टक्कर मारकर कुचलने का प्रयास किया। पिता गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसकी शिकायत भी पुलिस से की गई, लेकिन मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज करके आगे कोई सुनवाई नहीं की।

वह लगातार कार्रवाई के लिए पुलिस के चक्कर काटते रहे, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। इसलिए ही जितेंद्र ने पुलिस की कार्यशैली से क्षुब्ध होकर न्याय की मांग को लेकर आग लगाई।

रविंद्र ने बताया कि उसका भाई जितेंद्र अविवाहित है, जो बुधवार सुबह सोकर उठने के बाद तैयार होने लगा। पूछने पर जितेंद्र ने बताया कि भीम आर्मी की बड़ी रैली में दिल्ली में जाना है। इसके बाद उन्हें दिल्ली के नए संसद भवन के सामने पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की जानकारी मिली। पता चलते ही उसके पिता महीपाल और अन्य लोग दिल्ली गए।

आग लगाने वाले युवक के परिवार का दूसरे पक्ष के साथ आपसी विवाद चल रहा है। इसमें जितेंद्र पक्ष की तरफ से एक शिकायत दी गई थी और उस पर मई 2024 में मुकदमा दर्ज कर आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कराया जा चुका है। इसके बाद जितेंद्र की तरफ से कोई शिकायती पत्र नहीं दिया गया। अब जानकारी आने पर पूरी जांच कराई गई, मगर उनकी तरफ से कोई शिकायती पत्र नहीं आया था। दूसरे पक्ष की तरफ से जितेंद्र पक्ष पर जानलेवा हमले के दो मुकदमे पहले ही दर्ज कराए गए हैं।
– अर्पित विजयवर्गीय, एसपी