मुजफ्फरनगर। जिले में कोरोना का एक एक्टिव केस मिलने से हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी स्तर पर कोरोना की आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट के साथ ही टूनेट टेस्ट को बंद कर दिया था। अब प्राइवेट लैब से कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने पर मुजफ्फरनगर में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 30650 हो गई है। इनमें एक एक्टिव केस है।
स्वास्थ्य विभाग ने अक्टूबर मास में कोरोना वायरस का पता लगाने वाली आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्ट करना बंद कर दिया है। सितंबर मास की जो रिपोर्ट बची हुई थी वह विभाग को अक्टूबर में पहले सप्ताह तक मिलती रही लेकिन अक्टूबर के पहले तीन सप्ताह में कोई पॉजिटिव केस नही मिला था। अब एक प्राइवेट लैब में कराए गए सैंपल टेस्ट में एक व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव मिलने से हडकंप मच गया। त्योहार का सीजन होने के कारण कोरोना वायरस की उपस्थिति से लोगों में भी भय व्याप्त हो गया है।
सीएमओ डा. एमएस फौजदार का कहना है कि जिस व्यक्ति को प्राइवेट लैब से कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट आई है उसको वैक्सीन की दोनो डोज लगी हुई हैं जिस कारण खतरे की कोई बात नही है। उनका कहना है कि त्योहार के कारण बहुत से लोग अपने घरों में दूसरे राज्यों से लौट रहे हैं ऐसे में किस स्तर से यहां कोरोना वायरस की एंट्री हुई है इसका कांटेक्ट ट्रेसिंग किया जा रहा है। सीएमओ ने बताया कि जिस व्यक्ति को कोरोना की पुष्टि हुई है उसको कोरोना के लक्षण नही है। वह अपने कूल्हे का ऑपरेशन कराने के लिए चिकित्सक के पास गया था। रूटीन में उसकी कोरोना सैंपल की जांच कराई गई तो पॉजिटिव आया।
इस एक मामले को मिलाकर मुजफ्फरनगर में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढकर 30680 हो गई है। इनमें से 30380 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 269 की मौत सरकारी रिकार्ड के अनुसार दर्ज है। अब एक एक्टिव केस आ गया है। पिछले दो माह में यह पहला केस है जो एक्टिव मिला है।