बरेली। उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर बरेली पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार को किसान विरोधी बताया। बोले, भाजपा को सबक सिखाएं।

बोले कि इस सरकार में देश के साथ ही यहां के किसानों का भी नुकसान हुआ है। यहां किसानों को एमएसपी नहीं मिल पाती है। यहां किसानों ने अपने धान और गेहूं की फसलों को आधे दामों पर बेचा है। धान बेचने के लिए किसान लाइन में ही लगे। बिचौलियों से महंगे दामों पर फसल खरीदी गई।

उन्होंने कहा कि आधे दाम पर फसल बेचकर जिसे चाहो उसे वोट दो। भाजपा के विरोध से सीधा फायदा सपा को होगा? इस सवाल पर पहले तो चुप्पी साध गए और बाद में बोले, हम विरोध सरकार का कर रहे हैं, राजनीतिक दलों का नहीं। वोट जिस दल को चाहे करो लेकिन भाजपा सरकार को सबक सिखाना है।

राकेश टिकैत ने कहा कि बरेली केंद्र है लखनऊ और दिल्ली के बीच का। कहा कि भाजपा कह रही है कि गांवों तक सरकार पहुंच रही है। मैं यहां गांवों में खोज रहा हूं सरकार कहां है? मुझे कहीं सरकार नहीं मिली। बोले, खेतों में आवारा पशु मिले और गोशालाओं का संचालन भाजपा नेता कर रहे हैं। बोले सरकार के पास कोई पालिसी नहीं है, जिससे किसानों और गरीओं को को राहत मिल सके।

यहां इसलिये आया हूं कि लोगों को किसानों का दर्द समझा सकूं। कहा कि कृषि कानूनों के विरोध के बाद राजनीतिक दलों के घोषणा पत्रों में किसानों का नाम आने लगा है। अब किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम, उनका हक दिलाने तक संघर्ष जारी रहेगा। युवाओं को रोजगार दिलाने को भी प्राथमिकता में शामिल किया।

भाजपा सरकार के केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी पर हमलावर होते हुए टिकैत ने कहा कि किसानों को कुचलने वाले मामले के एसआइटी की रिपोर्ट के बावजूद आरोपित खुलेआम घूम रहे हैं। टेनी के तीन पेट्रोल पंप नेपाल और तीन प्रदेश में हैं। ऐसे में नेपाल में सस्ता पेट्रोल बिक रहा है और लखीमपुर खीरी में महंगा। बोले, सरकार कहती थी कि पेट्रोल डीजल पर नियंत्रण नहीं है तो चुनाव से अब तक उसके दाम क्यों नहीं बढ़े।