
नई दिल्ली। दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला और विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा के बाद किसानों के आंदोलन को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। नए कृषि कानूनों के विरोध में करीब दो महीनों ने यूपी गेट और गाजीपुर बॉर्डर डेरा डालकर बैठे किसानों को हटाने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। इसके लिए धरनास्थलों के बिजली-पानी काटकर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की बढ़ी तादाद को देखकर किसान आशंकित दिख रहे हैं। वहीं, राकेश टिकैत के भाषण में बल पूर्वक हटाए जाने का डर दिख रहा है। किसान नेता आगे की रणनीति को लेकर आपस में बैठक कर रहे हैं।
गाजीपुर बॉर्डर : लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने सफाई के साथ चेतावनी देते हुए कहा कि वह यूपी गेट से गुजर रहे थे। रविवार को उन्होंने पंचायत बुलाई है। उस समय तक किसान नहीं हटे तो वह खुद हटा देंगे।
गाजीपुर बॉर्डर : लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर भी अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ गाजीपुर बॉर्डर पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने विधायक नंदकिशोर गुर्जर को मनाकर वापस भेज दिया है। विधायक ने बताया अगर रविवार तक सभी देशद्रोही बॉर्डर से नहीं उठे तो वह खुद बॉर्डर खाली कराएंगे।
– दिल्ली पुलिस ने बताया कि 26 जनवरी को हिंसा में शामिल होने और कानूनों का उल्लंघन करने के कारण बुराड़ी के डीडीए ग्राउंड से लगभग 30 किसान सिंघु बॉर्डर की ओर चले गए हैं और लगभग 15 अन्य किसानों को हिरासत में लिया गया है। बुराड़ी का मैदान खाली कराया जा रहा है।
– दिल्ली : एनकाउंटर स्पेशलिस्ट एसीपी ललित मोहन नेगी को यूएपीए का नया जांच अधिकारी बनाया गया जो लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराने की घटना और दंगों के लिए रची गई साजिश की जांच करेंगे।
– गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का धरना खत्म कराने के लिए धारा-144 लगाई गई। बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दोनों तरफ से बंद किया गया।
– गाजीपुर बॉर्डर : गाजियाबाद एडीएम सिटी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि सीआरपीसी की धारा 133 (उपद्रव हटाने के सशर्त आदेश) के तहत किसानों को एक नोटिस दिया गया है।
गाजीपुर बॉर्डर : प्रशासन द्वारा पानी और शौचालय जैसी सभी सुविधाएं हटाए जाने के बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अनशन शुरू करने का ऐलान किया।
राकेश टिकैत ने कहा कि हमारे साथ अत्याचार किया जा रहा है। कृषि कानून वापस नहीं हुए तो वह आत्महत्या कर लेंगे।
गाजीपुर बॉर्डर : भावुक होकर रोते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि किसान को मारने की कोशिश की जा रही है। मैं किसान को बर्बाद नहीं होने दूंगा।
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जबर्दस्ती से किसान आंदोलन बंद नहीं होगा। जब तक सांस चलेगी तब तक लड़ेंगे। अभी हमारी कोई योजना नहीं है। अभी हम मीटिंग करेंगे। पता नहीं सरकार क्या-क्या षड्यंत्र करती है।
जबरदस्ती से किसान आंदोलन बंद नहीं होगा। जब तक सांस चलेगी तब तक लड़ेंगे। अभी हमारी कोई योजना नहीं है। अभी हम मीटिंग करेंगे। पता नहीं सरकार क्या-क्या षड्यंत्र करती है: किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी
– गाजीपुर बॉर्डर : राकेश टिकैत ने सरेंडर करने की बात को अफवाह बताया और कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा।
– गाजीपुर बॉर्डर : टिकैत ने कहा कि तिरंगे का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट दीप सिद्धू के दो महीने के कॉल रिकॉर्ड्स की जांच कराए।
– गाजीपुर बॉर्डर : राकेश टिकैत ने गुरुवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट जांच कराए कि लाल किले की हिंसा में कौन-कौन शामिल थे।
– यूपी गेट : किसान नेता गिरफ्तारी देने को तैयार, लेकिन आंदोलन जारी रखने का ऐलान।
– गाजीपुर बॉर्डर: बीकेयू से जुड़े सूत्रों ने बताया- भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के गाजियाबाद प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण करने की संभावना।
– टीकरी बॉर्डर : हिंसा के बाद पुलिस ने बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी है। किसानों के धरनास्थल से लगभग 1 किलोमीटर पहले बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया गया है। टीकरी बॉर्डर मेट्रो स्टेशन के नीचे बैरिकेडिंग कर दी गई है। आम जनता को भी इस मेट्रो स्टेशन का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। टीकरी बॉर्डर पर पुलिस फोर्स के अलावा कल रात से अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकड़ियों को भी तैनात कर दिया गया है।
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