मुजफ्फरनगर। सिटी मजिस्ट्रेट ने औषधि विभाग के अधिकारियों के साथ कच्ची सड़क मदीना चौक पर चल रहे सिटी हॉस्पिटल में छापा मारा। अस्पताल और मेडिकल स्टोर का रजिस्ट्रेशन नहीं होने पर अस्पताल को सील कर दिया है। दो कर्मचारियों को हिरासत में लेते हुए मेडिकल स्टोर से आठ लाख की दवाइयां बरामद की हैं।
थाना सिविल लाइन क्षेत्र के कच्ची सड़क स्थित मदीना चौक पर चल रहे सिटी हॉस्पिटल पर सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार सिंह द्वारा टीम के साथ छापा मारा। टीम के पहुंचने पर कोई भी पंजीकृत चिकित्सक या मान्य पैरा मेडिकल स्टाफ नहीं मिला। हॉस्पिटल मेें ही एक मेडिकल स्टोर भी संचालित किया जा रहा था। यहां पर मेडिकल स्टोर के लिए ड्रग्स विभाग का लाइसेंस मांगने पर उसके नहीं होने की जानकारी दी गई। वहीं हॉस्पिटल के लिए भी सीएमओ कार्यालय में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं मिला।
सिटी मजिस्ट्रेट के साथ औषधि निरीक्षक लवकुश प्रसाद, सीएमओ कार्यालय की टीम और पुलिस फोर्स भी इस कार्रवाई में शामिल रही। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग तथा औषधि विभाग के अधिकारियों एवं पुलिस बल के साथ कच्ची सड़क स्थित सिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय उक्त हॉस्पिटल में कोई भी डॉक्टर उपस्थित नहीं मिला ना ही कोई पंजीकृत पैरामेडिकल स्टाफ उपस्थित मिला। साथ ही हॉस्पिटल के अंदर संचालित मेडिकल स्टोर के पास कोई लाइसेंस भी नहीं पाया गया। उपरोक्त अनियमितताओं के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा उक्त हॉस्पिटल को सील किया गया।
औषधि निरीक्षक लवकुश प्रसाद के द्वारा मेडिकल स्टोर की समस्त दवाओं का सीज किया गया, लगभग आठ लाख की दवा यहां बरामद की गई। यह हॉस्पिटल मुराद अहमद गाजी नामक व्यक्ति द्वारा चलाया जा रहा है। मुराद अहमद गाजी ने खुद को हॉस्पिटल का एमडी प्रदर्शित कर रखा है, जबकि वह मौके पर नहीं मिले। हॉस्पिटल में कार्य कर रहे दो युवकों सुहैल और मौहम्मद ताबीज को हिरासत में लिया है। उन दोनों से हॉस्पिटल के चिकित्सकों और स्टाफ तथा मालिकों के बारे में जानकारी की जा रही है।