मुजफ्फरनगर. शुक्रताल में 5 से 8 नवंबर तक आयोजित होने वाले कार्तिक गंगा स्नान मेले में एक लाख से अधिक लोगों के बाणगंगा में डुबकी लगाने की उम्मीद है। जिसके लिए जिला पंचायत सहित प्रशासन ने भी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
जिला मुख्यालय से 28 किमी. दूर शुक्रताल वह स्थाना है जहां महर्षि शुकदेव ने 5 हजार साल पहले महाराज परीक्षित को पवित्र श्रीमद्भावगवत पुराण सुनाया था। शुक्रताल के समीप ही अक्षय वट वृक्ष स्थित है, जिसके नीचे बैठकर महर्षि शुकदेव भागवत कथा सुनाया करते थे।
शुक्रताल के एतिहासिक कार्तिक गंगा स्नान मेले में दूर-दूर से लोग आते हैं। मुख्य नहान से पहले एक समय ऐसा आता है कि शुक्रताल मेला क्षेत्र में तंबुओं का एक नया शहर से बस जाता है। श्रद्धालु वितरित होने वाले खिचड़ी का प्रसाद पाकर अपने आपको धन्य महसूस करते हैं। मेले में भैंसा बुग्गी, कबड्डी, बच्चों के बहुत से खेल प्रमुख आकर्षण बनते हैं।
कार्तिक गंगा मेले में लोगो के पहुंचने का सिलसिला आज से ही शुरू हो जाएगा। काफी लोग परंपरागत भैंसा बुग्गी में अपना सामान भरकर मेले में पहुंचेगे जो चार दिन तक प्रवास करेंगे। लेकिन प्रतिदिन मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोजवेज बसों की अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है। मेला स्थल के आसपास एक अस्थाई बस स्टैंड भी बनाया जा रहा है। मार्ग पर अतिरिक्त रोडवेज बस चलाई जाएंगी।
मेले में व्यवस्थाओं का जायजा लेने एवं श्रद्धालुओं को किसी भी असुविधा से बचाने के लिए डीएम चन्द्रभूषण सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल ने शुक्रताल मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने घाटों पर मोटर बोट की व्यवस्था रखने, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़क के गड्डढे भरने और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।
डीएम ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि मेले में लाखो की संख्या में श्रद्धालु भैसा-बोगी लाते हैं। जिसके लिए पशुओं की चिकित्सा को एक पशु डिस्पेंसरी की व्यवस्था की जाये, लंपी रोग के दृष्टिगत मेला स्थल पर संक्रमित पशुओं का प्रवेश न हो। पशुओं में लंपी जैसी बीमारी की दवाइयां पर्याप्त मात्रा में रहना चाहिए।
शुक्रतीर्थ मेले में शराब पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगी। डीएम ने आदेश जारी किये हैं कि जहां कच्ची शराब बनाई जाती है, वहां छापामारी की कार्रवाई शुरू कर दी जाए। निर्देशित किया कि सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। उन्होंने कंट्रोल रूम की स्थापना, मोबाइल जनरेटर की व्यवस्था, तय बजारी वसूली के कार्य, फ्लेक्सी बोर्ड आदि लगाने और प्रचार प्रसार के लिए दिशा निर्देशित किया।