चरथावल विधानसभा में कुल तीन 29 हजार 870 मतदाता है। यहां पुरुष मतदाता एक लाख 77 हजार 613 और महिला मतदाता एक लाख 52 हजार 239 है। 2012 के परिसीमन में चरथावल से सुरक्षित सीट का दर्जा हटा लिया गया था। दलित और अति पिछड़ा वोट बैंक इस सीट पर हमेशा निर्णायक रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण राज्यमंत्री विजय कश्यप का निधन हो गया था। भाजपा ने उनकी पत्नी सपना कश्यप को चुनाव मैदान में उतारकर भावनात्मक कार्ड भी खेला है। अति पिछड़ा वोट बैंक यहां भाजपा की ताकत है।
सपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी पूर्व विधायक पंकज मलिक मैदान में है। पंकज और खुद उनके पिता हरेंद्र मलिक इसी क्षेत्र की बघरा सीट से विधायक रहे हैं। जाट-मुस्लिम और सभी बिरादरियों में वोट बैंक के गणित से गठबंधन चुनाव लड़ रहा है।
कांग्रेस छोड़कर सलमान सईद इस बार बसपा के टिकट से मैदान में है। दलित-मुस्लिम इस सीट पर मजबूत समीकरण है। देखने वाली बात यह होगी कि इस बार बसपा के हिस्से में मतदाता कितने खड़े होते हैं। कांग्रेस ने डॉ. यासमीन राव को मैदान में उतारा है। राव के पति बसपा में सक्रिय रहे हैं, लेकिन एन वक्त पर टिकट कांग्रेस से मिला। सजातीय मतों के अलावा अन्य बिरादरियों के वोट बैंक पर यासमीन राव की नजर है।
सलमान सईद (44)-बसपा
शिक्षा बीकॉम, एलएलबी
मुकबले में कहां : दलित-मुस्लिम समीकरण। अति पिछड़े वोट बैंक पर नजर।
प्रत्याशी यासमीन राव (36)-कांग्रेस
शिक्षा परास्नातक
मुकाबले में कहां : मुस्लिम, दलित और अति पिछड़े वोट बैंक पर नजर।
प्रत्याशी पंकज मलिक (43)-सपा
शिक्षा बीए, एलएलबी
मुकाबले में कहां : मुस्लिम, जाट और अन्य सभी बिरादरियों में सेंधमारी।
प्रत्याशी सपना कश्यप (48)-भाजपा
शिक्षा स्नातक
मुकाबले में कहां : सवर्ण, अति पिछड़ा वोट बैंक, लोगों से भावनात्मक जुड़ाव। जाट मतों में सेंधमारी की उम्मीद।