सहारनपुर। अंत्योदय कार्ड धारक परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में सहारनपुर मंडल प्रदेश में पहले पायदान पर है, जबकि जिला स्तर की बात करें तो सहारनपुर जनपद प्रदेश के 75 जिलों में तीसरे स्थान पर है। हालांकि अभी 50 फीसदी से अधिक लाभार्थी परिवारों के कार्ड बनना अभी बाकी है।

सरकार ने अंत्योदय यानी लाल कार्ड धारकों को करीब आठ माह पहले आयुष्मान भारत योजना में शामिल किया है। जनपद में 54,618 लाभार्थी परिवार हैं, जिनमें 1,89,802 सदस्य हैं। इन सभी के आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य चल रहा है। शत प्रतिशत लाभार्थियों के कार्ड बनें, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से लेेकर जिला पूर्ति अधिकारी और राशन डीलर तक जुटे हुए हैं। जिनमें से अभी तक 43.1 फीसदी लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसके साथ सहारनपुर जनपद प्रदेश में तीसरे स्थान पर है। 50.59 फीसदी कार्ड के साथ गाजियाबाद पहले और 48.10 फीसदी कार्डों के साथ गाजीपुर दूसरे स्थान पर है। मंडल स्तर पर सहारनपुर मंडल प्रदेश में पहले स्थान पर है। शामली में लाभार्थी परिवारों की संख्या 14,765 है, जिनके 50,695 सदस्य हैं। इनमें से 37.16 फीसदी लोगों के कार्ड बन चुके हैं। मुजफ्फरनगर में 19,413 लाभार्थी परिवार हैं, जिनमें 61,834 लाभार्थी हैं। इनमें से अभी तक 29.05 फीसदी लोगों के कार्ड बने हैं।

योजना में शामिल लोगों के आयुष्मान कार्ड एसबीडी जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, राजकीय मेडिकल कॉलेज पिलखनी और सभी सीएचसी पर मुफ्त में बनाए जाते हैं। इनके अतिरिक्त सभी जनसेवा केंद्रों पर निर्धारित शुल्क जमा कराकर आयुष्मान कार्ड बनवाया जा सकता है। इसके लिए पात्रों के पास योजना से जुड़ा पत्र होना चाहिए, जिसमें उसका नाम हो। आयुष्मान कार्ड बनाने में गति लाने के लिए समय-समय पर गांवों और शहर में शिविर आयोजित किए जाते रहे हैं।

अंत्योदय कार्ड धारक परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में दो दिन पहले रैंक जारी की गई है, जिसमें सहारनपुर जनपद प्रदेश में तीसरे स्थान पर है। मंडलों की रैंकिंग में सहारनपुर मंडल पहले पायदान पर है।