नई दिल्ली. भारत के सबसे बड़े निजी ऋणदाता एचडीएफसी बैंक ने 31 मार्च, 2022 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए अपने शेयरधारकों को 15.50 रुपये या 1,550 प्रतिशत प्रति इक्विटी शेयर लाभांश की घोषणा की है। एचडीएफसी बैंक ने नियामक फाइलिंग में जानकारी दी कि उसके निदेशकमंडल ने 31 मार्च, 2022 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के शुद्ध लाभ में से शेयरधारकों को एक रुपये के शेयर पर 15.50 रुपये का लाभांश देने की सिफारिश की है। हालांकि, इसके साथ ही यह भा बताया कि ये निर्णय वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन है।
रिकॉर्ड तिथि 13 मई, 2022 तय की गई है। वह निवेशक जिनके खाते में रिकॉर्ड तिथि के अनुसार शेयर हैं, वह इक्विटी शेयरों के हकदार होंगे। बता दें कि पिछले हफ्ते, निजी ऋणदाता एचडीएफसी बैंक ने मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 10,055.20 करोड़ रुपये होते हैं। एक साल पहले की तिमाही में बैंक को 8,187 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
हाल ही में सभी को आश्चर्यचकित करते हुए बैंक ने अपनी मूल कंपनी एचडीएफसी के साथ विलय की घोषणा की थी। इसकी प्रक्रिया लगभग 18 महीनों में पूरी होनी है। तब एचडीएफसी बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा था, ‘ट्रांसफॉर्मेशनल मर्जर से एचडीएफसी बैंक में एचडीएफसी लिमिटेड 41 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी।’
विलय के ऐलान के वक्त एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा कि इसे 15 से 18 महीनों में आवश्यक नियामक मंजूरी मिलने की उम्मीद है। पारेख ने कहा था कि एचडीएफसी का निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक के साथ विलय, अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा होगा।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने बताया था कि एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के विलय से एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक से दोगुना हो जाएगा। हालांकि, बाजार हिस्सेदारी और राजस्व में विविधता आएगी।