नई दिल्ली। हमारे आसपास कई ऐसी चीजें होती हैं जो दिखती तो छोटी है, लेकिन उनका महत्व काफी बड़ा होता है। ऐसे ही जब आप रोड़ पर जाते होगें तो आपने कई रंग के अलग-अलग माइलस्टोन देखें होंगे। आज हम आपको इन अलग -अलग रंग के माइलस्टोन का मतलब बताएंगे, ताकि आप आराम से सफर का आनंद ले सकें।

कुछ पत्थरों का रंग कुछ पीला, लाल, नारंगी है कुछ तो काले भी होते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसका मतलब क्या होता है आखिर ऐसा क्यों बनाया गया है। चलिए अब आपके इन सब सवालों का जवाब एक -एक करके बताते हैं।

आप जब भी हाईवे की ओर से ट्रैवल करके जाते हैं तो आपने ये जरूर देखा होगा कि सड़क किनारे पीले रंग का पत्थर लगा होता है। आपको बता दें, पीले रंग का पत्थर सिर्फ हाईवे पर देखने को मिलता है। इसका साफ मतलब ये होता है कि आप नेशनल हाईवे पर चल रहे हैं। नेशनल हाईवे वो सड़क है जो केंद्र सरकार के अधीन आती है। इसके निर्माण और देखरेख की जिम्मेदारी नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की है। देश में कई तरह के नेशनल हाईवे हैं जो एक राज्य को दूसरे राज्य से जोड़ते हैं।

नारंगी रंग के माइलस्टोन सिर्फ गांव में लगे होते हैं। इससे ये पता चलता है कि आप गांव में प्रवेश कर चुके है। गांव में आप जब भी प्रवेश करेंगे तो इस रंग के पत्थर को जरूर देखेंगे। नारंगी रंग का माइलस्टोन प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को दर्शाता है।

रोड पर हरे रंग के माइलस्टोन का मतलब ये होता है कि राज्य सरकार इसका ख्याल रखती है। इसका हाईवे पर इस्तेमाल अधिकतर एक जिले से दूसरे जिले जाने के लिए किया जाता है। इस हाईवे पर कुछ भी होता है उसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है।

अगर आपको सड़क पर काले और सफेद रंग के माइलस्टोन दिखाई देते हैं तो इसका साफ मतलब आप किसी बड़े शहर या जिले के अंदर प्रवेश कर चुके हैं। इस तरह के रोड की देखभाल नगर निगम करता है। यानी यहां पर कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदारी नगर निगम की होती है।