मुजफ्फरनगर। छपार के गांव परेई के जंगल में कुलदीप की हत्या उसी के मौसेरे भाई ने दो करोड़ की जमीन के लालच में दस लाख की सुपारी देकर कराई थी। पचास हजार पहले दिए थे। हत्या की साजिश में आठ लोग शामिल रहे। पुलिस ने मृतक के मौसेरे भाई सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापत ने पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता में बताया कि चार अगस्त की रात परेई निवासी कुलदीप की रात में खेत से वापस आते समय हत्या कर दी थी। पुलिस जांच में जुटी थी। इस मामले में नई मंडी के गांव बिलासपुर निवासी लुकमान, शाहपुर के गांव सोरम निवासी तासीन, मंसूरपुर के गांव मोलाहेड़ी निवासी साहिर व सोनू को गिरफ्तार किया गया।

आरोपियों ने बताया कि हत्या करने के लिए मृतक के मौसेरे भाई अरविंद उर्फ जोनी ने दस लाख की सुपारी तय कर कराई थी। जोनी काफी समय से कुलदीप के घर अपने तीन बच्चों और पत्नी के साथ रहता था। उसके हिस्से में दो करोड़ की जमीन आती थी। इस जमीन पर जोनी की निगाह थी। छह माह पहले कुलदीप की शादी हो गई थी तो जोनी सोचने लगा था कि अब जमीन उसे नहीं मिलेगी। इसी के चलते जोनी ने अपने गांव निवासी साहिर व सोनू के साथ योजना बनाई।

दोनों ने तितावी के गांव मांडी निवासी आबिद, बिलासपुर नई मंडी निवासी साजिद उर्फ मास्टर व मांडी निवासी काला से मुलाकात की। दस लाख में हत्या करना तय कर पचास हजार रुपये पहले दिए गए। इसके बाद साजिद, आबिद, काला, लुकमान, तासीन ने हत्या कर दी। इससे पहले जोनी ने साहिर और सोनू को खेतों का रास्ता दिखाया था। आरोपी लुकमान, तासीन, साहिर, सोनू को तेजलहेड़ा चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। जोनी को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया। हत्या करने के लिए पहले दाव से वार किया, बाद में गोली मारी थी। हत्या प्रयुक्त हथियार बरामद किए है। आरोपियों का चालान कर दिया है।

सीओ विनय गौतम ने बताया कि कुलदीप के घर उसका मौसेरा भाई जोनी काफी समय से रहता था। कुलदीप के भाई और पिता की मौत पहले हो चुकी थी। जोनी खेती में कुलदीप की मदद करता था। शादी के बाद से कुलदीप ने जोनी को खर्च के लिए रुपये कम देने शुरू कर दिए थे, इससे जोनी परेशानी था। कुलदीप की जमीन पर उसकी निगाह पहले से ही थी।